
बरेली, । नवाबगंज इलाके में नीट की तैयारी कर रहे छात्र मोहम्मद आरिश अंसारी की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। परिजनों का आरोप है कि ग्राम पंचायत अधिकारी और कुछ अन्य लोगों ने झूठे छेड़छाड़ के केस में फंसाकर आरिश को सरेआम पीटा, बेइज्जत किया और पैसे की भी वसूली की गई। मानसिक और आर्थिक दबाव से टूटकर छात्र ने जान दे दी।
गुरुवार को भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के पदाधिकारी पीड़ित परिवार के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंचे और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई। संगठन ने ग्राम पंचायत अधिकारी की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए उसे तत्काल बर्खास्त करने और पीड़ित परिवार को सरकारी मदद दिलाने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो संगठन सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगा।
‘पंचायत सचिव और साथियों ने की पिटाई, मांगे पैसे’
छात्र के परिजनों का कहना है कि 9 जुलाई को खंड विकास कार्यालय के सामने एक लड़की से छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाकर पंचायत सचिव और कुछ लोगों ने आरिश को पकड़ लिया। इसके बाद सड़क पर ही बुरी तरह पीटा गया और मामला दबाने के एवज में 5 हजार रुपये की मांग की गई। परिजनों का यह भी आरोप है कि थाने और सीओ ऑफिस के कुछ कर्मचारियों ने “मिठाई के नाम पर” 50 हजार रुपये तक की डिमांड की।
चार दिन भटके, तब जाकर दर्ज हुआ मुकदमा
परिवार का कहना है कि घटना के बाद वे लगातार चार दिन तक थाने के चक्कर काटते रहे। काफी दबाव और प्रयासों के बाद एफआईआर दर्ज हो सकी, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। परिजनों और संगठनों का आरोप है कि पंचायत सचिव और अन्य आरोपियों का राजनीतिक रसूख इतना मजबूत है कि प्रशासन सख्त कार्रवाई करने से कतरा रहा है।
प्रशासन से मिला आश्वासन, आंदोलन की चेतावनी
एसएसपी ऑफिस पहुंचे भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी कांशीराम के पदाधिकारियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। सीओ प्रथम आशुतोष शिवम ने पीड़ित पक्ष को आश्वासन दिया कि जल्द ही इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं संगठनों ने दो टूक कहा कि अगर परिवार को न्याय नहीं मिला और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे।