जातिगत जनगणना को लेकर आरजेडी के तेवर सख्त, धरने पर बैठेंगे तेजस्वी यादव, जानिए क्या है रणनीति

 नई दिल्ली। आरजेडी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने 1 सितंबर को पूरे बिहार में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। साथ ही, उन्होंने एक मीडिया बयान में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछड़ा विरोधी, आदिवासी विरोधी करार दिया है। उन्होंने कहा कि रविवार को बिहार में एक दिवसीय धरना है।

प्रधानमंत्री पिछड़ा विरोधी, आदिवासी विरोधी हैं- तेजस्वी

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में एक दिवसीय धरना है। बिहार पहला राज्य था जहां जातिगत गणना हुई थी, जब हम सत्ता में थे तो आरक्षण बढ़ाने का फैसला लिया गया था, हमने आरक्षण 65% किया था। हमने केंद्र सरकार को नोट भेजा था कि इस आरक्षण को सुरक्षित रखने के लिए इसे नौंवी अनुसूचि में डाला जाए लेकिन केंद्र सरकार ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। इससे साफ पता चलता है कि भाजपा व प्रधानमंत्री पिछड़ा विरोधी, आदिवासी विरोधी हैं।

रविवार को पूरे बिहार में प्रदर्शन- तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि किसी भी कीमत पर हमारी पार्टी और हमारे लोग जो आरक्षण हमने बढ़ाया है उसे नौंवी अनुसूचि में डलवाएंगे। इसके लिए हमें कितना भी बड़ा आंदोलन करना पड़े, दिल्ली तक भी करना पड़े तो हम करेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मुद्दे पर चुप हैं, इसका मतलब है कि उनका कुछ नहीं चलता है और न ही उनकी इसमें रुचि है, वह बस किसी भी तरह से मुख्यमंत्री बने रहना चाहते हैं। यह RJD और हम ही थे जिन्होंने 17 महीने में जातिगत जनगणना कराई, आरक्षण की सीमा बढ़ाई। इसके लिए हम कल पूरे बिहार में विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं।

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