इंडियन नेवी की परमाणु हमला करने में सक्षम इकलौती सबमरीन INS Chakra रूस वापस लौट गई है । न्यूज एजेंसी पीटीआई की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई है । मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अकुला क्लास की इस सबमरीन को 2012 में रूस से लीज पर लिया गया था, परमाणु क्षमता से लैस ये दूसरी सबमरीन थी जिसे रूस से लीज पर लिया गया था । इस मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि आईएनएस चक्र दोबारा रूस लौट रही है क्योंकि इसकी लीज खत्म हो गई है।
1988 में भी लीज पर ली गई थी सबमरीन
बताया गया है कि साल 1988 में भी तीन साल के लिए रूस से ऐसी ही सबमरीन लीज पर ली गई थी, तब उसका नाम भी सबमरीन INS Chakra ही था । आईएनएस चक्र के रूस लौटते हुए कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं, हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है ।
INS Sandhayak #IndianNavy's oldest Hydrographic Survey Ship
— SpokespersonNavy (@indiannavy) June 4, 2021
was decommissioned today, 04 Jun 21 in a solemn ceremony in the presence of VAdm Ajendra Bahadur Singh, #FOCINC Eastern Naval Command, the Chief Guest for the ceremony (1/n).@DefenceMinIndia @SpokespersonMoD pic.twitter.com/QKf5xEB6BD
2025 में आएगी नई सबमरीन
आपको बता दें 2019 में भारत ने रूस के साथ 10 साल के लिए परमाणु क्षमता से लैस सबमरीन INS Chakra को लीज पर लेने के लिए 3 अरब डॉलर का समझौता किया था । इस समझौते के तहत रूस, 2025 तक इंडियन नेवी को ‘चक्र III’ सबमरीन सौंपेगा ।
आईएनएस संध्याक रिटायर
इसके साथ ही, इंडियन नेवी की सबसे पुरानी हाइड्रोग्राफिक सर्वे शिप आईएनएस संध्याक को शुक्रवार को रिटायर कर दिया गया । इससे जुड़ी तस्वीरें नेवी ने सोशल मीडिया पर शेयर की, ये जहाज 40 साल से नेवी को अपनी सेवाएं दे रहा था । ये जहाज नौसेना के कई बड़े ऑपरेशन जैसे ऑपरेशन पवन (1987 में श्रीलंका की मदद करना) और ऑपरेशन रेनबो (2004 की सुनामी के बाद मदद करना) में शामिल था । ये जहाज, 26 फरवरी 1981 को नेवी में शामिल किया गया था ।