पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने प्रयागराज की MP MLA कोर्ट में किया आत्मसमर्पण, भेजा गया जेल

मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड के आरोपी पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने शुक्रवार को प्रयागराज में MP/MLA कोर्ट में सरेंडर किया। पुलिस ने पूर्व सांसद पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। 15 फरवरी को गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद से ही पुलिस धनंजय की तलाश कर रही थी। सूत्रों के मुताबिक, धनंजय सिंह कोर्ट परिसर में वकील के ड्रेस में पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने सरेंडर किया। कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

चार साल पुराने मामले में बेल बांड कैंसिल कराकर किया सरेंडर

गिरफ्तारी से बचने के लिए धनंजय सिंह ने चार साल पुराने मामले में बेल बांड कैंसिल कराया। इसके बाद उसने आज 11:15 बजे कोर्ट में सरेंडर किया। कहा जा रहा है कि वह कोर्ट तक वकील की तरह भेष धरकर पहुंचा था। हालांकि जब वह बाहर निकला तो सफेद शर्ट व नीली जींस में था। साल 2017 में धनंजय सिंह के खिलाफ जौनपुर के खुटहन में केस दर्ज हुआ था। उसी प्रकरण में बेल बांड कैंसिल कराया गया। बेल बांड कैंसिल होने के बाद कोर्ट ने हिरासत में लेने का आदेश दिया। उसे कड़ी सुरक्षा के बीच नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया। अब मामले की सुनवाई एक अप्रैल को होगी।

कोर्ट के बाहर सुरक्षा का कड़ा इंतजाम था।

ED और IT को संपत्ति जांच के लिए लिखा जा चुका है पत्र
लखनऊ के DCP पूर्वी संजीव सुमन ने बताया कि 15 फरवरी को पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में पुलिस ने पूर्व सांसद व बाहुबली नेता धनंजय सिंह को हत्या की साजिश रचने का आरोपी बनाया गया था। CJM लखनऊ की कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। अलग-अलग राज्यों व शहरों में उसकी कई संपत्तियों का पता चला है। ED और IT को संपत्ति की जांच के लिए पत्र लिखा जा चुका है। वहीं इस हत्याकांड में तीन शूटरों रवि यादव, राजेश तोमर, शिवेंद्र सिंह उर्फ अंकुर की तलाश की जा रही है।

मुठभेड़ में मारे गए गिरधारी ने दिया था बयान

अजीत के साथ मौजूद मोहर सिंह ने FIR कराई थी कि आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और अखण्ड सिंह ने गिरधारी के जरिए हत्या करवाई है। गिरधारी ने पांच शूटरों के साथ अजीत की हत्या की थी। गिरधारी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था। इसके बाद ही पुलिस ने सांसद धनंजय सिंह को गिरधारी के बयान के आधार पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोपी बनाया था। इसके साथ ही धनंजय पर एक घायल शूटर राजेश तोमर का लखनऊ और सुल्तानपुर में इलाज कराने में मदद करने का भी आरोप है।

यह है पूरा मामला?
बीते 5 जनवरी 2021 को राजधानी के विभूति खंड थाना क्षेत्र के पॉश इलाके कठौता चौराहे पर मऊ जिले के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस दौरान अजीत का साथी मोहर सिंह व एक फूड डिलीवरी कंपनी का कर्मचारी घायल हुआ था। इस प्रकरण में आजमगढ़ के बाहुबली कुंटू सिंह, अखंड सिंह के अलावा गिरधारी के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की गई थी। पुलिस ने इस शूटआउट में तीन मददगारों को दबोचा था। जबकि शूटर संदीप सिंह को भी पकड़ा जा चुका है।

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