
फूड डिलीवरी से पूरे नहीं हुए शौक तो कर डाली लूट
महाराजपुर में सर्राफ से हुई लूट की खुलासा, तीन बदमाश मुठभेड़ में गिरफ्तार
शराब और जुए के लिये की थी वारदात
कानपुर। बीयर, शराब, और महंगे शौक को पूरा करने के लिये जोमैटो, स्वीगी में नौकरी की लेकिन उससे सपने पूरे नहीं हो रहे थे। चाय की दुकान पर बैठ कर सबने शौक पूरे करने के लिये हंसी मजाक में लूट करने की योजना बनायी तो वहां बैठे एक शख्स ने उन्हें लूट की पूरी स्क्रिप्ट ही सुना दी। फिर क्या था कानपुर पुलिस के इकबाल को चुनौती देते हुए लूट की घटना की गुस्ताफी कर तो कर बैठे। 48 घंटे में त्रिनेत्र कैमरों को खंगालते हुए पुलिस लूटेरों तक पहुंची तो पुलिस पर गोली चलाने से गुरेज नहीं किया। जवाबी कार्रवाही में पुलिस की दस ग्राम की गोली एक बदमाश के पैर में जा धंसी और इसी के साथ इस लूट की घटना का पर्दाफाश भी हो गया। जो कहानी सामने आयी उससे पता चला की ग्रेजुएट होने के बाद बेहतर नौकरी न मिलने पर शौक पूरा करने के लिये फूड डिलीवरी करने लगे लेकिन शराब, जुए और महंगे शौक पूरे नहीं हो रहे थे इसलिये सर्राफा को लूट लिया।
पुलिस ने अस्सी प्रतिशत माल बरामद कर लिया। सर्राफ ने पुलिस का शुक्रियाा अदा करते हुए कहा की पुलिस की जो छवि दिमाग में थे उससे बहुत बेहतर कार्य हुआ। दो दिन पूर्व देर शाम सर्राफ अनिल वर्मा अपनी ज्वैलरी की दुकन से घर लौट रहे थे। तभी घाटूखेड़ा के पास उन्हें बाइक सवार बदमाशों ने लूट लिया था। करीब पांच लाख से ज्यादा का माल था। घटना के बाद डीसीपी सत्यजीत गुप्ता भी मौके पर पहुंचे थे। डीसीपी सत्यजीत गुप्ता ने एडीसीपी अंजलि विश्वकर्मा, एसीपी चकेरी अभिषेक पांडे समेत दो थानेदारों की टीम बनायी। सौ से ज्यादा कैमरों को खंगालते हुए पुलिस बदमाशों तक पहुंंची तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्यवाही में एक बदमाश के पैर में गोली लगी। बाकी के दो बदमाशों को घेराबंदी करके दबोच गया। इनकी पहचान किदवई नगर निवासी राहुल सैनी, राज कुमार, भारत बाल्मीकि के रूप में हुई। डीसीपी ने बताया कि इस मामले में डकैती का मुकदमा दर्ज किया गया था। इनके तीन साथी साहिल, आयुष और जीतू फरार है। बदमाशों ने गैंग बनाकर यह पहला अपराध किया था। गुडवर्क करने वाली टीम को पचास हजार का इनाम देने की घोषणा की गयी है।