शिवपुरी/भोपाल (हि.स.)। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की छात्रा का कोटा से अपहरण कर 30 लाख रुपए फिरौती मांगे जाने के मामले ने पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक छात्रा के साथ कोई अपराध नहीं हुआ है। उसने दोस्तों के साथ मिलकर खुद के अपहरण की साजिश रची थी। वह पिता से रुपये वसूलकर ब्वायफ्रेंड के संग विदेश जाना चाहती थी। क्राइम ब्रांच ने अपहरण की साजिश में शामिल एक छात्र को हिरासत में लिया है। छात्रा और उसके मित्र की तलाश की जा रही है।
दरअसल, शिवपुरी में एक स्कूल के संचालक रघुवीर धाकड़ ने गत दिवस अपनी 20 वर्षीय बेटी काव्या की कोटा (राजस्थान) से अपहरण कर लिए जाने की शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि अपहरणकर्ताओं ने वाट्सएप पर बेटी के हाथ-पैर व मुंह बंधा फोटो भेज कर 30 लाख रुपये मांगे हैं। इसके बाद मध्य प्रदेश और राजस्थान पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। मोबाइल लोकेशन खंगालने पर वह इंदौर की मिली। इस पर मंगलवार शाम कोटा के विज्ञाननगर थाना पुलिस इंदौर पहुंच गई। यहां क्राइम ब्रांच की मदद से भोलाराम उस्ताद मार्ग (भंवरकुआं) स्थित सिमरन ग्रुप होस्टल पर छापा मारा। इस होस्टल में नीट का छात्र ब्रजेंद्र प्रताप अहिरवार रहता था। पुलिसकर्मियों ने उसका रूम और किचन देख पहचान लिया कि छात्रा का रस्सी से बंधा जो फोटो उसके पिता को भेजा गया था, वह उसी कमरे का था। पुलिस ने फोटो खींचने और भेजने में शामिल रहे ब्रजेंद्र प्रताप को हिरासत में ले लिया।
भाई-बहन बनकर होस्टल में रुके थे छात्र-छात्रा
इंदौर में होस्टल के मैनेजर मनोज ने पुलिस को बताया कि मूलत: सागर निवासी ब्रजेंद्र प्रताप पुत्र भूपत अहिरवार 20 फरवरी से होस्टल के रूम नंबर- 403 में रुका था। ब्रजेंद्र भी नीट का छात्र है। गत 14 मार्च को ब्रजेंद्र का दोस्त युवती के साथ होस्टल में आया था। तब तीनों एक ही रूम में रुके थे। ब्रजेंद्र ने मैनेजर को बताए बगैर छात्र-छात्रा को दूसरे रूम में ठहरा दिया था। मैनेजर ने 15 मार्च को उन्हें दूसरे रूम में देख पूछा तो ब्रजेंद्र ने कहा कि मेरे भाई-बहन हैं, परीक्षा देने आए हैं। इस पर मैनेजर ने आईडी कार्ड और दूसरे रूम के किराए के बिना उन्हें वहां ठहराने से इन्कार कर बाहर भेज दिया।
19 मार्च को दोनों फिर उसी होटल पहुंचे और मैनेजर मनोज से रूम मांगा, तब भी उन्होंने यही कहा कि उनकी परीक्षा चल रही है। एक महीने के लिए रूम चाहिए। इस दौरान युवती होस्टल से थोड़ी दूर खड़ी थी। मनोज ने पुन:आईडी मांगा और नहीं देने पर रूम देने से इन्कार कर दिया। मंगलवार रात कोटा पुलिस और क्राइम ब्रांच ने जब होटल पहुंचकर मनोज के माध्यम से ब्रजेंद्र को फोन लगाया तो उसने होस्टल आने से इन्कार कर दिया।
पुलिस ने तत्काल उसकी लोकेशन निकाली और विजयनगर क्षेत्र से पकड़ लिया। देर रात ब्रजेंद्र सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि युवती और उसका दोस्त अमन विदेश जाना चाहते थे। इसके लिए रुपयों का इंतजाम करने के लिए उन्होंने युवती के पिता से रुपये वसूलने की योजना बनाई थी। युवती और उसके दोस्त की लोकेशन इंदौर के भंवरकुआ क्षेत्र में होने की जानकारी के बाद पुलिस दोनों को तलाश रही है।
कोचिंग में प्रवेश ही नहीं लिया
कोटा पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन के अनुसार छात्रा काव्या तीन अगस्त को उसकी मां के साथ कोटा आई थी। यहां उसने एक कोचिंग पंजीयन का फार्म लिया था और एक हास्टल में रहने का तय करके उसकी मां उसी दिन लौट गई थी। इसके बाद छात्रा पांच अगस्त तक कोटा में रही और फिर इंदौर चली गई। पुलिस ने जांच की तो यह स्पष्ट हो गया था कि छात्रा के साथ कोई अपराध नहीं हुआ है।