
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ के सिवालखास में गायब हुए 3 बच्चों के शव एक प्लॉट से बरामद हुए हैं. प्लॉट में बारिश की वजह से खूब पानी भरा हुआ था. सोमवार को पुलिस ने तीनों शव को बरामद किया है. परिजनों का आरोप है कि उनके बच्चों की हत्या करके शव प्लॉट में फेंका गया है.
मेरठ जिले के जानी खुर्द थाना क्षेत्र सिवालखास गांव में तीन बच्चे रविवार को अचानक गायब हो गए थे. तीनों ही बच्चे घर के बाहर खेलने गए हुए थे. उसके बाद खेलते खेलते अचानक कहीं गायब हो गए. तीनों बच्चों के परिजनों ने उनकी खोजबीन की लेकिन, कहीं पता नहीं चला. इस पर पुलिस को सूचना दी गई.
सिवालखास वार्ड नंबर एक के रहने वाले हिम्मत के बेटे रितिक की उम्र 8 वर्ष, वहीं के रहने वाले जितेंद्र की बेटी मानवी की उम्र 9 वर्ष और सिवालखास के ही रहने वाले मोनू के बेटे शिवांश की उम्र 8 वर्ष है. परिजनों का आरोप है कि हो न हो उनके बच्चों को किसी ने मारकर पानी भरे प्लॉट में फेंका है.
एसपी देहात राकेश कुमार सिंह का कहना है कि प्रथमदृष्टया ऐसा लग रहा है कि बच्चे खेलते-खेलते आए हैं और गहराई अधिक होने की वजह से ये हादसा हुआ है. हालांकि पोस्टमार्टम के बाद ही पूरी बात स्पष्ट हो पाएगी.
इस बीच गुस्साए परिजनों ने स्थानीय लोगों के साथ सड़क पर जाम लगा दिया. पुलिस उन्हें काफी देर तक समझाने का प्रयास करती रही. परिजनों का आरोप है कि बच्चों के शरीर पर चोट के भी निशान हैं. वहीं पुलिस ने तीनों बच्चों के शव की वीडियोग्राफी कराने की बात कही है.
मृतक बच्चों के पिता जितेंद्र और मोनू सगे भाई हैं. उनके दो बच्चों की मौत पर बच्चों के दादा श्रीचंद्र ने बताया कि उनके घर के सामने ही हिम्मत रहते हैं. तीनों बच्चे अक्सर साथ ही खेला करते थे.
एसपी देहात राकेश मिश्रा ने बताया कि इस मामले में पुलिस तमाम तकनीकी पहलुओं को जोड़ते हुए पड़ताल कर रही है. एकस्पर्ट्स जांच कर रहे हैं. इस मामले में बच्चों की गुमशुदगी का मुकदमा पहले ही पुलिस ने दर्ज कर लिया था. परिजनों को समझा कर शांत किया गया है.