
औरैया । आजादी के 75 वर्षों बाद भी द्वारिकापुर गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद के भाग्यनगर विकासखंड स्थित इस गांव में आज तक एक भी पक्की सड़क नहीं बनी। गांव में लगभग 450 मतदाता निवास करते हैं, लेकिन न कोई सड़क बनी, न ही कोई खरंजा। बरसात के मौसम में हालत और भी बदतर हो जाती है। जगह-जगह जलभराव और बड़े-बड़े गड्ढों के कारण ग्रामीणों का आना-जाना मुश्किल हो गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से सड़क निर्माण की मांग की गई, लेकिन सिर्फ आश्वासन मिले, काम नहीं हुआ। सड़कों की दुर्दशा के कारण स्कूल जाने वाले बच्चों को कीचड़ और पानी से होकर गुजरना पड़ता है। वहीं, शादी-विवाह जैसे सामाजिक आयोजनों में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीण बोले – वोट मांगने तो आ जाते हैं नेता
दर्जनों ग्रामीणों ने स्थानीय नेताओं और अधिकारियों पर अनदेखी का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ, तो इस बार वे मतदान का बहिष्कार करेंगे।
दो किलोमीटर की टूटी सड़क बन रही मुसीबत
गांव के मुख्य मार्ग पर करीब दो किलोमीटर लंबा हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। जगह-जगह गड्ढों में गिरकर साइकिल सवार, बच्चे और दुपहिया वाहन चालक आए दिन घायल हो रहे हैं। खराब सड़क के चलते एंबुलेंस जैसी जरूरी सेवाएं भी गांव तक नहीं पहुंच पातीं।
सरकार और प्रशासन कब लेगा संज्ञान
गांव की यह बदहाली प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के विकास के दावों पर सवाल खड़े करती है। ग्रामीणों की एक ही मांग है – “अबकी बार सड़क जरूरी है, वरना वोट नहीं देंगे।”