ओडिशा में बीजेपी और बीजेडी के बीच होगा गठबंधन
नई दिल्ली (ईएमएस)। एनडीए गठबंधन में तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) की वापसी की खबरों के बीच पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश में गठबंधन और सीट बंटवारे को लेकर टीडीपी मुखिया चंद्रबाबू नायडू और जनसेना पार्टी प्रमुख पवन कल्याण शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि भाजपा और तेलुगू देशम पार्टी के बीच आंध्र प्रदेश में गठबंधन की बातचीत अंतिम दौर में पहुंच गई है, और जल्द ही टीडीपी की एनडीए गठबंधन में वापसी का ऐलान हो सकता है। इसकारण शाह, नड्डा, चंद्रबाबू और पवन कल्याण की इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है।
हालाँकि, कई महीनों में दोनों नेताओं के बीच दूसरी बैठक ने ऐसी संभावना को उज्ज्वल कर दिया है। टीडीपी नेताओं ने कहा कि गठबंधन बनाने में अब और देरी फायदेमंद नहीं होगी क्योंकि चुनाव सिर पर आ गया हैं। कोई भी अस्पष्टता पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को भ्रमित करेगी।
अभिनेता पवन कल्याण के नेतृत्व वाली जन सेना पार्टी, जो एनडीए का सदस्य रही है, पहले ही टीडीपी के साथ हाथ मिला चुकी है और भाजपा से भी ऐसा करने का आग्रह कर रही है। इस बीच भाजपा और बीजू जनता दल, जो ओडिशा में सत्ता में है, अपने गठबंधन को अंतिम रूप देने की कगार पर हैं, क्योंकि दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने अलग-अलग बैठकें कीं और ऐसी संभावना के संकेत दिए।
रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि आंध्र प्रदेश में भाजपा कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इस लेकर दोनों पार्टियों के बीच मतभेद पैदा हो गए हैं, जहां इसकी उपस्थिति अपेक्षाकृत सीमित है। 25 लोकसभा और 175 विधानसभा सीटें दांव पर होने के कारण, भाजपा का लक्ष्य आठ से दस संसदीय क्षेत्रों में चुनाव लड़ना है।
भाजपा के लिए जटिल मामला मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का संसद में मोदी सरकार के एजेंडे के लिए स्पष्ट समर्थन के साथ-साथ वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ उनके अनुकूल व्यक्तिगत संबंध हैं। यहां यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि भाजपा सक्रिय रूप से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को व्यापक बनाने की कोशिश कर रही है, जिसका लक्ष्य अप्रैल-मई में होने वाले आगामी लोकसभा चुनावों में मजबूत प्रदर्शन करना है।