लखनऊ : केजीएमयू में डॉक्टर की हैवानियत, नशीली दवा देकर छात्रा से किया बलात्कार

Related image

लखनऊ. भगवान के बाद डॉक्टरों को ही इनका दर्ज़ा दिया जाता है. मगर डॉक्टर ही जब अपना काम भूल कर हैवान बन जाये तो इन्हे क्या कहा जाये। ऐसा ही शर्मनाक मामला केजीएमयू में देखने को मिला, बताते चले  नामचीन डॉक्टरों में शुमार केजीएमयू में न्यूरो सर्जरी विभाग के एचओडी रहे डॉ. रवि देव पर एक इंजनीरिंग की छात्रा ने बलात्कार का आरोप लगाया है। पीड़ित छात्रा ने महानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। डॉक्टर पर आरोप है कि इलाज के बहाने नशीली दवा देकर वह दुष्कर्म करता है। इसी दौरान अश्लील वीडियो बनाकर धमकाता था। फिर पीड़िता को शादी का झांसा देता रहा। इस दौरान छात्रा गर्भवती हो गई अौर डॉ.रवि देव के विरोध के बावजूद बच्चे को जन्म दिया। जिससे पीड़िता का बेटा हुआ। पीड़िता के मुताबिक बच्चे की हिफाजत के लिए वह अलग रहने लगी। इससे खफा डॉक्टर उसे साथ में रहने के लिए धमकाने लगा। कोई रास्ता न देख पीड़िता ने मामले की शिकायत महानगर पुलिस से की। पुलिस ने संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

वहीं डॉ. रवि देव का कहना है कि वह पांच साल से छात्रा के साथ रह रहे थे। युवती का भाई उन्हीं के साथ रहता था और वहां उसके माता-पिता का भी आना जाना था। डॉक्टर के मुताबिक, छात्रा से तीन साल का उनका एक बेटा भी है। डॉक्टर का आरोप है कि युवती आठ माह से उनके बेटे को लेकर फरार है। इस संबंध में उन्होंने न्यायालय में केस किया था, जिसका समन शुक्रवार को युवती के पास पहुंचा था। नाराज होकर युवती ने रिपोर्ट दर्ज करवा दी।

वहीं, एएसपी ट्रांसगोमती हरेंद्र कुमार के मुताबिक, छात्रा की तहरीर पर दुष्कर्म, अप्राकृतिक यौन शोषण, मारपीट, धमकी समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज हुई है।

नशीली दवा देकर करता था रेप

छात्रा द्वारा दी गई तहरीर में कहा गया है कि उसके सिर में गांठ थी। सितंबर 2013 में डॉक्टर रवि देव ने ऑपरेशन किया और हर दूसरे दिन क्लीनिक पर आकर पट्टी कराने को कहा था। आरोप है कि डॉक्टर ने ड्रेसिंग के दौरान छात्रा को नशीली दवाई दे दी, जिससे वह बेहोश हो गई। इस बीच डॉक्टर ने युवती के साथ दुष्कर्म किया। अप्रैल 2014 में छात्र दोबारा डॉक्टर को दिखाने पहुंची, जिसपर डॉक्टर ने क्लीनिक से सभी मरीजों और स्टाफ को बाहर कर दिया। इसके बाद युवती का अश्लील वीडियो और फोटो दिखाकर उसे वायरल करके परिवार व समाज में बदनाम करने की बात कही। इ सके बाद दुष्कर्म किया और कहा कि बीटेक कर रखा है, तुम्हारी क्लीनिक में ही नौकरी लगा दूंगा। इसके बाद युवती रवि देव के क्लीनिक में ही व्यवस्थापक का काम देखने लगी।

11 दिसंबर 2015 में दिया बेटे को जन्म

छात्र के मुताबिक, अप्रैल 2015 में वह गर्भवती हो गई तो डॉक्टर ने बच्चे को गिरवाने का दबाव बनाया। ऐसा न करने पर शादी से इंकार कर दिया। छात्र ने 11 दिसंबर 2015 को बेटे को जन्म दिया। आरोप है कि रवि देव ने बच्चे को मारने की धमकी दी। इसके बाद छात्रा नौ फरवरी को बच्चे संग इटौंजा जाकर रहने लगी। वहीं, डॉक्टर ने सभी आरोपों को खारिज किया है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें