लखनऊ। चुनावी बिगुल बज चुका है. आगामी 2019 लोक सभा की तैयारी में सभी पार्टिया तेजी से जुट चुकी है इस बीच एक खबर ऐसी आ रही है जिसने मायावती से ले लेकर राहुल, अखलेश की पार्टीयो में हड़कंप मचा दिया है. बताते चले कुंडा से निर्दल विधायक और पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह राजाभैया ने सोमवार की देर शाम यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। यह मुलाकात उनके सरकारी आवास पर हुई है। बता दें कि दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात करीब 20 मिनट तक चली। दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद यूपी की राजनीतिक गलियारों में काफी हलचल देखी जा रही है।
बता दें कि रघुराज प्रताप सिंह के राजनीति में 25 साल पूरे होने पर 30 नवंबर को राजधानी लखनऊ में अपनी नई पार्टी का ऐलान करेंगे। ऐसे में सीएम योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। समझा जा रहा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री को अपनी राजनीतिक पारी के रजत जयंती समारोह के लिए निमंत्रण दिया है।
राजा भैया 1993 से लगातार निर्दलीय विधायक हैं
मायावती को छोड़कर वह लगभग हर सरकार में मंत्री बनते रहे हैं। बता दें कि 25 साल तक एक सीट से लगातार निर्दलीय चुनाव जीतने वाले पहले राजनीतिज्ञ हैं। उनके राजनीतिक जीवन के 25 वर्ष पूरे होने पर 30 नवंबर को राजधानी में समारोह आयोजित किया जाएगा। इस समारोह से पहले सोमवार रात उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। करीब 20 मिनट की मुलाकात के बाद राजा भैया मीडियाकर्मियों से बातचीत किए बगैर निकल गए। माना जा रहा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री को रजत जयंती समारोह का निमंत्रण दिया है।
गौरतलब है कि राजा भैया पिछली सरकार में मंत्री थे पर इसबार की बदली परिस्थिति में राजा भैया ने खुद की पार्टी बनाने का ऐलान किया है। राजा भैया के इस कदम से जाहिर तौर पर अखिलेश यादव की महागठबंधन की मुहिम को तगड़ा झटका लगना तय है। उधर, भाजपा लगातार ऐसे लोगों को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रही है जो महागठबंधन के झटका दे सकें।