रक्तदान को महादान का दर्जा दिया गया है। किसी को रक्त देकर उसकी जान बचाना एक बहुत ही नेक कार्य है। जिस व्यक्ति की उम्र 18 वर्ष से 60 वर्ष के बीच है और जो स्वस्थ हो, वह 3 महीने के अंतर के बीच रक्तदान कर सकता है। लेकिन कई लोगों में यह भ्रांति है कि अगर वह किसी दूसरे व्यक्ति को रक्त देते हैं, तो इससे उनके शरीर में खून की कमी होने के अलावा कई शारीरिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जिस कारण वे रक्तदान करने से कतराते हैं। जो कि सही नहीं है। इसलिए आज हम आपकी यह गलतफहमी दूर करते हुए बताने जा रहे हैं कि रक्तदान करने से आपकी सेहत को कौन-कौन से लाभ हो सकते हैं
1. रेड ब्लड सेल में वृद्धि
यह तो स्वभाविक सी बात है कि किसी चीज की कमी होने पर उसकी पूर्ति की आवश्यकता होती है। ऐसा ही कुछ हमारे शरीर में भी होता है। जब कोई व्यक्ति रक्तदान करता है, तो उसका शरीर उस खून की पूर्ति करने के कार्य में लग जाता है। जिसके परिणामस्वरूप आपके शरीर में अधिक रेड ब्लड सेल्स का उत्पादन प्रेरित होता है। जिससे शरीर को बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिलने के साथ ही सेहत भी सुधरती है।
2. नियमित चेकअप का मौका
जो लोग नियमित रूप से रक्तदान करते हैं, इससे उनके शरीर का रुटीन चेकअप भी हो जाता है। क्योंकि रक्तदान से पहले रक्तदाता के खून और सेहत की जांच की जाती है, कि कहीं रक्तदाता को कोई संक्रमण या बीमारी तो नहीं है। साथ ही हीमोग्लोबिन के स्तर का भी पता लग जाता है। इस प्रकार नियमित रूप से रक्तदाता बने हुए होने से आप अपनी सेहत पर भी नजर बनाए रख सकते हैं।
3. हृदय रोग का जोखिम कम
नियमित रूप से रक्तदान करने से शरीर में आयरन के स्तर को नियंत्रित रखने में भी मदद मिलती है। क्योंकि शरीर में आयरन की अधिकता ऑक्सीडेटिव क्षति का कारण बन सकती है। जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाता है। ऐसे में नियमित रूप से रक्तदान करके आप हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक जैसी बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं।