उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (पहले का नाम वसीम रिजवी) के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हुआ है। 12 नवंबर 2021 को हरिद्वार में अपनी विवादित किताब मोहम्मद के विमोचन के दौरान पैगम्बर साहब को लेकर आपत्तिजनक व अपमानजनक बाते कहीं थी।
इस मामले में देहरादून निवासी नदीम कुरैशी की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि रिजवी ने धर्म विशेष पर टिप्पणी की है। इससे भारत में रहने वाले धर्म विशेष के लोगों की भावनाएं आहत हुई है। उन्होंने त्यागी पर धार्मिक भावनाएं भडकाने व अशांति, असुरक्षा उत्तपन्न करने व देश छवि धूमिल करने के लिये राजद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए एसएसपी देहरादून को शिकायत दी थी। जिसके बाद शिकायत को हरिद्वार नगर कोतवाली में भेजा गया। कोतवाल राकेंद्र कठैत ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में भी हुआ था मुकदमा दर्ज
उत्तरी हरिद्वार के वेद निकेतन आश्रम में बीते 17 दिसंबर से 20 दिसंबर तक धर्म संसद का आयोजन किया गया था, जिसमें उत्तर प्रदेश वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र नारायण त्यागी (पहले का नाम वसीम रिजवी), गाजियाबाद डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद, महेंद्र धर्मदास, साध्वी अन्नपूर्णा व कुछ अन्य संतों ने अपने विचार रखे थे। धर्म संसद में भाषण से जुड़े वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने पर यह मामला लगातार तूल पकड़ता गया।