मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को पर्चा भरने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंच चुके हैं। पांच बार से सांसद योगी पहली बार गोरखपुर में शहर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर 33 सालों से भाजपा का कब्जा है। योगी के नामांकन में खुद गृह मंत्री अमित शाह मौजूद हैं। यह पहली बार है, जब शाह किसी के नामांकन में शामिल हुए हैं। नामांकन के जरिए पूर्वांचल में बड़ा सियासी शो दिखाने की कोशिश हो रही है।
इससे पहले महाराणा प्रताप कॉलेज में आयोजित जनसभा में अमित शाह ने कहा, ‘योगी के शासन में माफिया जेल में हैं। अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, आजम खान जेल में ही रहेंगे। आज हम योगी का पर्चा भरवाने आए हैं। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। उनको तो लगता है कोरोना के कारण सभाएं सीमित हो गई हैं, लोगों के बीच जाना नहीं पड़ रहा है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि भैया जो प्रचार करना है कर लो, उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा के साथ है, भाजपा को फिर से 300 के पार सीटें मिलने वाली हैं’।
‘उत्तर प्रदेश के इतिहास में फिर से एक बार भाजपा इतिहास दोहराने जा रही है। 2014, 2017 और 2019 तीनों चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने पीएम मोदी के नेतृत्व में यूपी के विकास का रास्ता तैयार कर प्रचंड बहुमत दिया है’।
गोरखपुर में योगी ने दाखिल क्या नामांकन पत्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गोरखपुर सदर सीट से चुनाव लड़ने के लिए पर्चा दाखिल कर दिया है। पांच बार से सांसद योगी पहली बार गोरखपुर में शहर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर 33 सालों से भाजपा का कब्जा है। योगी के नामांकन में खुद गृह मंत्री अमित शाह और यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान मौजूद रहे। यह पहली बार है, जब शाह किसी के नामांकन में शामिल हुए। नामांकन के जरिए पूर्वांचल में बड़ा सियासी शो दिखाने की कोशिश हो रही है।