आध्यात्मिक दृष्टिकोण से हो हरिद्वार का विकास: सिंह
भास्कर समाचार सेवा
हरिद्वार। हरिद्वार दौरे पर आए प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास योजनाओं की जानकारी ली। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा.सौरभ गहरवार ने राज्यपाल को मनरेगा, रोजगार योजना, होम स्टे योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, पंचायतीराज, महिला सशक्तिकरण आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। बैठक में राज्यपाल ने कहा कि हरिद्वार जनपद विविधताओं से भरा हुआ क्षेत्र है। हरिद्वार में योग, आयुर्वेद, संस्कृति, होम स्टे, उद्योग के क्षेत्र में असीम सम्भावनाएं हैं। उन्होने कहा कि हरिद्वार के आध्यात्मिक नगरी होने के नाते यहां विश्व के विभिन्न देशों से श्रद्धालु आते हैं, उसी दृष्टिकोण से हरिद्वार को विकसित किया जाना चाहिये। उन्होने कहा कि योजनायें इस तरह तैयार की जानी चाहिये, जिसमें अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी हो। प्लास्टिक का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि इसके इस्तेमाल के संबंध में गंभीरता से सोचने की आवश्यकता है।
राज्यपाल से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रावत ने जनपद की कानून-व्यवस्था, क्राउड मैनेजमेंट, फ्लोटिंग जनसंख्या, ड्रग्स, साइबर क्राइम, व्यवस्थित नशा मुक्ति केंद्रो की स्थापना आदि के संबंध में विचार-विमर्श किया। डीएफओ हरिद्वार धमेंद्र सिंह ने राज्यपाल को बताया कि हरिद्वार का कुल वन क्षेत्र 12 प्रतिशत है। उन्होने वन विभाग की विभिन्न समस्याओं-पेड़ों का अवैध कटान, अवैध खनन, जानवरों का अवैध शिकार, लक्सर क्षेत्र में मगरमच्छ की समस्या, बुग्गावाला में लेपर्ड की समस्या आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. कुमार खगेन्द्र सिंह ने राज्यपाल को जनपद में वैक्सीनेशन की प्रगति के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर राज्यपाल के विधि परामर्शी अमित सिरोही सहित पुलिस तथा प्रशासन के संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।