अगर आपको मशरूम पसंद है तो खुश हो जाएं क्योंकि केवल शरीर के लिए ही नहीं, बल्कि मेंटल हेल्थ के लिए भी यह बहुत फायदेमंद है। इसमें एर्गोथायोनीन नामक ऐसा शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाया जाता है, जो डिप्रेशन जैसी मनोवैज्ञानिक समस्या को दूर करने में मददगार होता है। अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा 2005 से 2016 की अवधि में 24,000 से ज्यादा अमेरिकी व्यस्कों के आहार और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी अध्ययन के बाद यह तथ्य सामने आया।
क्या कहती है रिसर्च?
शोधकर्ताओं के अनुसार मशरूम डिप्रेशन और एंग्जॉयटी को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के सार्वजनिक स्वास्थ्य विज्ञानी जोशुआ मस्कट के अनुसार ‘मशरूम में विभिन्न प्रकार के विटामिन, मिनरल्स और एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो डिप्रेशन से बचाव में मददगार साबित हो सकते हैं।’
सेहत के साथ मूड को भी दुरुस्त रखते हैं मशरूम
शोधकर्ताओं के अनुसार इसमें मौजूद एर्गोथायोनिन नामक एंटी ऑक्सीडेंट तत्व पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा न्यूरोलॉजिकल हेल्थ पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ता है क्योंकि इसमें व्यक्ति के मूड को प्रभावित करने वाले न्यूरॉन्स होते हैं। इसलिए पौष्टिक तत्वों से भरपूर मशरूम को अपने नियमित आहार में जरूर शामिल करें।
मशरूम से सिर्फ सब्जी ही नहीं बल्कि आप टेस्टी सूप भी तैयार कर सकते हैं। हफ्ते में एक या दो बार जरूर इसे खाएं। इसके साथ ही साथ खुद को फिजिकली हेल्दी रखना भी बहुत जरूरी है। जिसमें योग, कॉर्डियो एक्सरसाइजेस और मेडिटेशन खास भूमिका निभाते हैं। कुछ नहीं कर सकते तो सुबह-सुबह सिर्फ सूर्य नमस्कार कर लेने से भी बहुत फायदे मिलते हैं।
एक्सपर्ट की राय
यह शोध कुछ हद तक सही है, लेकिन केवल मशरूम खाने से मनोवैज्ञानिक समस्याओं से बचाव संभव नहीं है। इनके समाधान के लिए मनोचिकित्सक से काउंसलिंग और उपचार की भी जरूरत होती है।
(अनुजा गौड़, सीनियर डाइटीशियन, आकाश हेल्थ केयर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, दिल्ली से बातचीत पर आधारित)