– वसूली के रुपयों के बंटवारे में जमकर हुई तू तू मैं मैं, वीडियो वायरल
– एक दरोगा सहित कई पुलिसकर्मियों में वसूली को लेकर हुई खींचतान

भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर। जनपद के अधिकारी चुनाव को लेकर लगभग एक महीने से ब्यस्त रहे। उधर चुनाव के दौरान थानो की पुलिस को भी पर्याप्त छूट उच्चाधिकारियों ने दे रखी थी, ताकि अराजकतत्वों के खिलाफ अधिक से अधिक निवारक कार्रवाई की जा सके। इस दौरान शराब व मादक पदार्थो के खिलाफ भी पुलिस ने खूब अभियान चलाया, यह अभियान अधिकतर जगहों में बेहतर चला, सैकड़ों लोग जेल भेजे गए। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियों ने मौके का जमकर फायदा भी उठाया उन्होंने निवारक कार्रवाई से लेकर मादक पदार्थो के खिलाफ चलने वाले अभियान में कई लोगों को पकड़कर उन्हें छोड़ने के नाम पर जमकर वसूली की और सख्ती के नाम पर दोबारा बिक्री करने के एवज में रेट बढ़ा दिया। ऐसे कई आरोप लगाकर उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र भी गए मगर वह सिर्फ जांच तक सीमित रह गए। इन सब आरोपो के साथ साथ राधानगर चौकी, शाह चौकी, जेल चौकी व ललौली से लेकर बिंदकी तक खनिज के वाहनों से अवैध वसूली की चर्चा भी रह रहकर उठती रही। इन सभी आरोपो को मजबूत करता हुआ अवैध वसूली में तू तू मैं मैं का एक वीडियो भास्कर टीम के हाथ लगा है जिसमे कई पुलिसकर्मी वसूली के बंटवारे को लेकर आपस मे तू तू मैं मैं करते सुनाई दे रहे हैं। बता दें कि वीडियो रोडवेज चौकी का बताया जा रहा है जिसमे चौकी इंचार्ज के साथ कोतवाली का कारखास व अन्य कई पुलिसकर्मी नजर आ रहे हैं। वीडियो में अवैध वसूली/गांजा तस्करों को छोड़ने से आये रुपयों के हिस्से बांट में आपस मे तू तू मैं मैं हो रही है। वीडियो में यह स्पष्ट दिखाई व सुनाई पड़ रहा है कि रुपयों के बंटवारे की लड़ाई हो रही है।
– क्या है संभावित मामला
विश्वस्त सूत्रों की माने तो कोतवाली पुलिस गांजा विक्रेताओं के खिलाफ अभियान चला रही थी लेकिन बताते हैं यह अभियान गांजा बिक्री जड़ से समाप्त कराने के लिए नहीं बल्कि बिक्री के एवज में उसका रेट बढ़ाने तक ही सीमित रह गया। इसी अभियान के क्रम में रोडवेज चौकी व कोतवाली के सिपाहियों ने गांजा तस्करों को पकड़ा था और कोतवाली में बिठा दिया था जिसे कोतवाली के कारखास व ड्राइवर ने लगभग अस्सी हजार लेकर छोड़ दिया बाद में अन्य टीम व पकड़ने वाले सिपाहियों को सिर्फ 15 हजार ही बताए। इसी बात को लेकर आपस मे सिपाहियों और दरोगा में खींचतान होना बताया जा रहा है। हालांकि यह जांच से ही स्पष्ट होगा कि किन रुपयों के बंटवारे में आपस में पुलिसकर्मी एक दूसरे से भिड़ रहे हैं और वीडियो में गाली गलौज करते सुनाई पड़ रहे हैं। लेकिन यह निश्चित है कि ऐसे वीडियो ऑडियो सामने आने से खाकी की छवि पर बट्टा लगता है। कुछ रिश्वतखोर पुलिसकर्मी पूरी बिरादरी की ईमानदारी पर प्रश्नचिन्ह लगा देते हैं। अफसरों के लिए ऐसे मामले कठोर दंड की श्रेणी में हों तभी ब्यवस्था में कुछ सुधार सम्भव है।
इस बावत क्षेत्राधिकारी नगर दिनेशचन्द्र मिश्र ने बताया कि वीडियो संज्ञान में आया है, वीडियो के अनुसार पूरे प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।