बिहार विधानसभा में आज बीजेपी के विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल के बयान को लेकर विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया. इसके कारण सदन स्थगित भी करना पड़ा. अब इस पर हरि भूषण ठाकुर ने अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया. मैंने देश के अच्छे मुसलमानों के लिए ये बात नहीं कही थी.
बीजेपी विधायक ने कहा कि मेरा बयान अब्दुल कलाम जैसे मुसलमानों के लिए नहीं था. ये उन मुसलमानों के लिए था जो देश का खाते हैं और गुणगान कहीं और का करते हैं.
बता दें कि बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर के बयान पर बिहार की सियासत गरमायी हुई है. उन्होंने कहा था कि देश से मुसलमानों का वोटिंग अधिकार खत्म कर देना चाहिए. इसको लेकर बिहार विधानसभा के बजट सत्र 2022 के दूसरे दिन कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने सदन में बहस प्रस्ताव लाने की मांग की.
विधायकों के शोर-शराबे के बीच कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने सदन में अपनी बातों को रखते हुआ कहा कि भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक ने जो मुद्दा उठाया है कि मुस्लमान भाईयों का वोटिंग राइट्स छिन लेना चाहिए. यह गंभीर मुद्दा है.इस मुद्दे को लेकर एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल इमान ने सदन में कहा कि ‘जो कुरान को नहीं मानता वह मुस्लिम नहीं है, जो हिंदू धर्म के शास्त्रों को नहीं मानता, वह हिंदू नहीं है और जो संविधान को न माने वो भारतीय नहीं है. उन्होंने कहा कि देश से मुसलमानों का वोटिंग अधिकार खत्मकर की बात की जा रही है.’
क्या कहा था हरि भूषण ठाकुर ने
मुसलमानों से वोटिंग का अधिकार छीन लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को 1947 में दूसरा देश मिल चुका है, वहीं चले जाएं. हरिभूषण ठाकुर ने कहा था कि यहां रहेंगे तो दूसरे दर्जे का नागरिक बनकर रहना होगा. इसके अलावा बीजेपी विधायक ने मुसलमानों को मानवता का दुश्मन तक बता डाला और कहा कि वह पूरी दुनिया को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहते हैं. बचौल ने यह जवाब एआईएमआईएम विधायकों के उस बयान पर दिया था जिसमें उन्होंने कहा कि विधानसभा में या किसी भी सार्वजनिक मंच से राष्ट्रीय गीत नहीं गाएंगे.