-डीएम ने कोविड टीकाकरण महाअभियान के छठे चरण का किया शुभारंभ
गोंडा। बच्चों के लिए कोरोनारोधी टीके का इंतजार कर रहे जिले के अभिभावकों के लिए राहत भरी खबर है। बुधवार से 12 से 14 साल के बच्चों को कोरोनारोधी टीका लगाने का महाअभियान शुरू हो गया। डीएम डॉ0 उज्जवल कुमार तथा सीडीओ शशांक त्रिपाठी ने जिला अस्पताल पहुंचकर कोविड वैक्सीनेशन अभियान का शुभारम्भ किया।
जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड टीकाकरण महाभियान के इस छठे चरण में 12 से 14 वष्र आयु के 01 लाख 45 हजार 460 बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य विभाग द्वारा निर्धारित किया गया है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि सभी अभिभावक बच्चों का टीकाकरण जरूर करवाएं जिससे बच्चों में कोरोना वायरस से लड़ने की शक्ति विद्यमान रहे। जिलाधिकारी ने टीकाकरण अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि “बच्चे सुरक्षित तो देश सुरक्षित! मुझे बताते हुए खुशी है कि 16 मार्च से 12 से 13 व 13 से 14 आयुवर्ग के बच्चों का कोविड टीकाकरण शुरू हो रहा है। साथ ही 60 से अधिक आयु के सभी लोग अब प्रिकॉशन डोज लगवा पाएंगे। उन्होंने कहा कि मेरा बच्चों के परिजनों व 60 प्लस आयुवर्ग के लोगों से आग्रह है कि वैक्सीन जरूर लगवाएं”। उन्होंने कहा कि प्रिकॉशन डोज को लेकर भी कुछ नियम बदले गए हैं। अब 60 साल से ऊपर का कोई भी व्यक्ति कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज ले सकता है। इसके लिए बनाई गईं अनिवार्यताओं को खत्म कर दिया गया है। दरअसल, पहले फ्रंट लाइन वर्कर और गंभीर बीमारियों से पीडि़त बुजुर्गों के लिए ही प्रिकॉशन डोज की अनुमति दी गई थी। टीकाकरण अभियान के शुभारंभ के अवसर पर सीएमओ डा. आरएस केसरी, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल डा. एसके रावत, जिला प्र्रतिरक्षण अधिकारी डा. जयगोविन्द सिंह, डीएमसी शेषनाथ सिंह, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ विनय डांगे सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बच्चों को लगेगी “कार्बेवैक्स” वैक्सीन
मुख्य चिकित्साधिकारी ने वैक्सीन के बारे में बताया कि 12 से 14 साल तक के बच्चों को “कार्बेवैक्स” लगाई जानी है। इस वैक्सीन को बायोलॉजिकल ई कंपनी ने बनाया है। कार्बेवैक्स एक रिकॉम्बिंनेंट प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। यह कोरोना वायरस की सतह पर पाए जाने वाले प्रोटीन से बनी है। यह स्पाइक प्रोटीन ही वायरस को शरीर की कोशिकाओं में घुसने में मदद करता है। इसके बाद वायरस अपनी तादाद बढ़ाकर शरीर में संक्रमण फैलाना शुरू करता है। यह वैक्सीन को एमआरएनए और वायरल वैक्सीन की तरह केवल स्पाइक प्रोटीन को निशाना बनाती है, लेकिन तरीका अलग होता है। कार्बेवैक्स की भी दो खुराक लगवानी होगी।
सीएमओ केसरी ने बताया कि यह अभियान शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में अभियान चलेगा। जनपद के समस्त सीएचसी सहित जिला अस्पताल एवं जिला महिला अस्पताल में टीकाकरण किया जाएगा। वहीं ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के सामुदायिक-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी अभियान चलेगा। डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ विनय डांगे ने बताया कि कार्बेवैक्स खास बच्चों के लिए है। टीके की दो खुराक बच्चों को लगाई जाएंगी। पहला टीका लगने के 28 वें दिन दूसरी डोज दी जाएगी, वहीं यूनिसेफ के डीएमसी शेषनाथ सिंह ने कहा कि टीका लगवाने के लिए बच्चों को पहले से पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं है। मौके पर पंजीकरण होगा और टीका लगाया जाएगा। इसके लिए आधार कार्ड दिखाना होगा।