भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। न्यू मेरठ कैंट स्टेशन पर माल ढुलाई बनने से आम ट्रांसपोर्टर पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। उसकी रोजी रोटी सरकार छिन्ने में आमादा है। जब माल ढुलाई रेलवे से हो जाएगी तो रोड ट्रांसपोर्ट खत्म होने की कगार पर आ जाएगा। इससे बेरोजगारी बढ़ जाएगी। इसका ट्रांसपोर्टर विरोध करते हैं। इस संबंध में प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा और मांग की जाएगी कि इससे मेरठ के ट्रांसपोर्टरों को जोड़ा जाए। उक्त जानकारी शनिवार को आयोजित हुई बैठक के दौरान ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव शर्मा ने कहीं। गौरतलब है कि शुक्रवार को सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने शहर के एक होटल में पत्रकारवार्ता की थी, जिसमें उन्होंने जानकारी दी थी कि ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर (ईडीएफसी) के अंतर्गत माल ढुलाई (लोडिंग-अनलोडिंग) का एक स्टेशन मेरठ में विकसित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने इसकी अनुमति दे दी है। अब तक कारिडोर पर मेरठ में पासिंग स्टेशन सकौती के पास बन रहा था जिसे अब माल ढुलाई के लिए विकसित किया जाएगा। इस स्टेशन का नाम न्यू मेरठ कैंट होगा। इस स्टेशन के बनने से मेरठ समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों का सामान देश के कोने-कोने तक पहुंच सकेगा। इससे न केवल व्यापारिक गतिविधियां तेज होंगी बल्कि, रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। सांसद ने बताया था कि मेरठ से होकर गुजरने वाला पूर्वी समर्पित माल ढुलाई गलियारा (ईडीएफसी) लुधियाना से कोलकाता तक बनाया जा रहा है। इस कारिडोर में खुर्जा से सहारनपुर तक 222 किमी का कारिडोर सिंगल लाइन है। इस दूरी में पहला माल ढुलाई स्टेशन खुर्जा है। अब दूसरा स्टेशन मेरठ में विकसित होगा, जबकि तीसरा माल ढुलाई का स्टेशन अंबाला में बनाने की योजना है। मेरठ ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन की हुई बैठक इस संबंध में शनिवार को मेरठ ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन की बैठक रखी गई, जिसमें अध्यक्ष गौरव शर्मा ने कहा, माल ढुलाई के सारे टेंडर अडानी व अम्बानी को दिए जा रहे है। ट्रांसपोर्टर का सारा कार्य अडानी व अम्बानी के हाथ में आ जाएगा। किसानों के साथ भी ऐसा व्यवहार हुआ था, जिसके विरुद्ध आंदोलन हुआ था। पहले ही डीजल व टोल वृद्धि से परेशान है। रेलवे लाइन पर आकर खत्म हो जाएंगे ट्रकों के पहिए ट्रांसपोर्टर के साथ जुड़े हुए दो लाख परिवार जिनका पालन पोषण ट्रक के पहिए चलने से ही होता है, जो कि रेलवे लाइन पर आकर खत्म हो जाएगा। बेरोजगारी बढ़ जाएगी और ट्रांसपोर्टर से जुड़े परिवार बेरोजगारी के कगार पर आ जाएंगे। बैठक में गौरव शर्मा ने बताया, प्रधानमंत्री को इस संबंध में ज्ञापन दिया जाएगा, उस ज्ञापन मे मांग की जाएगी कि मेरठ के ट्रांसपोर्टरों को भी इस व्यवस्था से जोड़ा जाए। इस दौरान महामंत्री दीपक गांधी, कोषाध्यक्ष राजू रहल, पंकज अनेजा, नीरज मुल्तानी, मंगल राठी, सरदार खेता सिंह, सुरेंद्र शर्मा, अमित शर्मा आदि रहें।