
भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। जनपद व आस-पास के राज्यों से मोबाइल चोरी करके श्रीलंका, चीन, नेपाल, बांग्लादेश, दुबई व खाड़ी के अन्य देशों को सप्लाई करने वाले गिरोह के दस सदस्यों को एसओजी ने गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने लगभग 02 करोड़ रुपए के 207 मोबाइल, लेपटॉप, साढ़े तीन लाख रुपये नगद, डेढ़ लाख रुपये की विदेशी शराब, एक स्लेरियो कार, चार बाइक व एक पिस्टल को बरामद किया है। पुलिस लाइन स्थित सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने बताया, जनपद व आस-पास के राज्यों में हो रही मोबाइल स्नेचिंग व लूट की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए एसओजी टीम को लगाया गया था, जिसके क्रम में एसओजी टीम ने मुखबिर की सूचना पर दस चोरों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में जिन्होंने अपने नाम शरद गोस्वामी पुत्र महेंद्र गिरी निवासी माधवपुरम थाना ब्रहमपुरी, हाल पता रहमतपुर रूडकी हरिद्वार, राहुल उपाध्याय पुत्र नरेन्द्र उपाध्याय निवासी पल्लवपुरम, अफजल राणा पुत्र आबाद राणा निवासी पूर्वी इस्लामाबाद थाना लिसाड़ीगेट, रहीस पुत्र सफीम शेख निवासी कांशीराम कालोनी थाना खरखौदा, सारिक मलिक पुत्र साबीर मलिक, राशीद पुत्र हकीमुद्दीन मलिक, फुरकान शेख पुत्र सगीर अहमद, अफजल शेख पुत्र सगीर अहमद निवासीगण जाकिर हुसैन कालोनी थाना लिसाड़ीगेट, शाहरूख पुत्र समीम पठान निवासी खुशहाल नगर थाना ब्रहमपुरी व चांद पुत्र जान मोहम्मद निवासी जली कोठी थाना दहेलीगेट बताए। जिनके पास से जनपद व देश के विभिन्न राज्यों से लूट व चोरी किए गए विभिन्न कंपनियों के 207 मोबाइल बरामद किए गए। एसएसपी ने बताया, अपराधियों का संगठित गिरोह है, जिसका सरगना शरद गोस्वामी है। गिरोह के सदस्यों की सभी टीमें प्रतिदिन दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, वृंदावन (मथुरा), गुरुग्राम व मेरठ आदि जगहों से मोबाइलों की लूट व चोरी करते है। मोबाइलों को एकत्र कर इनको अपने वाहनों के द्वारा मेरठ में अलग-अलग स्थानों पर आकर गिरोह के गैंग लीडर शरद गोस्वामी, नदीम, महफूज व अन्य सदस्यों को आॅनलाइन ऐप के माध्यम से कॉल करके बुला लिया करते थे। ये लोग (शरद गोस्वामी, नदीम व महफूज) अपनी गाडी स्लेरियो अथवा बदल-बदलकर बाइकें व अन्य साधनों से जनपद मेरठ से लेकर रूडकी चले जाते थे। गिरोह के सदस्यों की अलग-अलग टीम के द्वारा कम-से कम 40-60 मोबाइल फोन (प्रतिदिन) लूट/चोरी कर लिए जाते है, जिनको शरद गोस्वामी अपने रूडकी आवास पर ले जाकर वहाँ से 100-100 मोबाइल के बंडल/पैकेट बनाकर तैयार करता था। चोरी व लूट के बाद बदल देते थे आईएमईआई नम्बर एसएसपी ने बताया, शरद गोस्वामी द्वारा मोबाइलों के पासवर्ड व आईएमईआई को बदलकर गिरोह के सदस्य नदीम व अन्य के द्वारा अन्य देशों (श्रीलंका, चीन, नेपाल, दुबई, बांगलादेश, खाडी के अन्य देशों में ( डोमोस्टिक फ्लाइट व पानी के जहाजों व प्राइवेट ट्रांसपोटेशन के जरिए) भेजकर बेचे जाते थे। गिरोह के सदस्यों के द्वारा मोबाइलों को लूटने के बाद सभी की फोटो खींचकर आॅनलाइन ऐप के द्वारा गैंगलीडर को भेज देते थे, जिनको देखकर शरद गोस्वामी (गैंगलीडर) मोबाइलों की फोटो पर कीमत लिखकर अन्य सदस्यों को वापस भेज देता था। इस प्रकार प्रत्येक माह में 2500-3000 मोबाइलों का कंसाईनमेन्ट बनाकर अन्य देशों व भारत के अन्य राज्यों में भेज दिया जाता था।