भास्कर समाचार सेवा
जहाँगीराबाद। नगर में शुक्रवार को पूर्व नियोजित खाद्य सुरक्षा लाइसेंस बनवाने का कैम्प नगर के एक दुकानदार के भरोसे चलता दिखाई दिया। पुरानी नगर पालिका परिसर में सुबह 9 बजे से 11 बजे तक आयोजित कैम्प में तहसील कमें तैनात खाद्य सुरक्षा निरीक्षक डेढ़ घण्टा देरी से पहुंचे। लेकिन नगर का एक दुकानदार कैम्प में अनौपचारिक रूप से लोगों के कागज़ात व पैसे जमा करता रहा। जानकारी के मुताबिक गुरुवार को नगर में खाद्य सुरक्षा लाइसेंस बनवाने के लिए मुनादी करवाई गई थी। मुनादी में दुकानदारों को शुक्रवार प्रातः 9 बजे से 11 बजे तक पुरानी नगर पालिका पहुंचकर कागजात जमा करने के लिए समय दिया गया था। सुबह 9 बजे पुरानी नगर पालिका परिसर में कैम्प से सम्बंधित न तो कोई बैनर ही दिखाई दिया और न ही कोई अधिकारी। कैम्प के नाम पर नगर का ही एक दुकानदार कुर्सी डालकर पुरानी नगर पालिका परिसर में बैठकर लाइसेंस बनवाने आये दुकानदारों के कागजात व फीस लेता नजर आया। वहीं कैम्प में ही पहुंचे एक व्यक्ति ने बताया कि यही दुकानदार पिछले कई वर्षों से लाइसेंस बनवाता आ रहा है। उसने यह भी बताया कि लगभग 3 वर्ष पूर्व कैम्प में कागजात जमा कर रहे दुकानदार ने 8 सौ रुपये लेकर उसका लाइसेंस बनवाया था। वहीं कैम्प में देरी से आने व एक दुकानदार को ही जिम्मेदारी सौंपने के सम्बंध में जानकारी लेने पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनूपशहर ग्रीष कुमार ने बताया कि यह कैम्प शासन के निर्देश पर नहीं लगाया गया, केवल व्यापारियों की सहूलियत के लिए लगाया गया था। किसी मामले की जांच के सिलसिले में उन्हें देरी हो गई थी। इसलिए उन्होंने उस दुकानदार को कैम्प में आने वाले लोगों के कागजात जमा करने की जिम्मेदारी सौंप दी थी।