कानपुर। प्रयागराज में 14 जनवरी से कुंभ मेला शुरू होने से कुछ दिन पहले प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने कानपुर प्रशासन ने शहर की 91 चमड़े की टेनरियों को ‘तत्काल बंद’ करने का आदेश दिया है, जो गंगा नदी में अपने कचरे बहा रही हैं जिससे बड़े पैमाने पर जल प्रदूषित होता है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) के अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि गंगा प्रदूषण मुक्त रहे और सबसे बड़े धार्मिक महोत्सव में जाने वाले भक्तों को शुद्ध और साफ पानी मिलता रहे।”
सूत्रों ने कहा कि छबीलापुरवा इलाके में शेष 28 टेनरियों को बंद करने का आदेश मंगलवार को जारी किए जाने की संभावना है।पड़ोसी क्षेत्र उन्नाव में 15 से अधिक टेनरियों को कुंभ के चलते पहले ही बंद कर दिया गया है।
कुछ टेनरियों को छोड़ दिया गया है क्योंकि उनके पास अपने खतरनाक कचरे के लिए ट्रीटमेंट संयंत्र थे और वे नदी में इनका पानी नहीं छोड़ रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया है कि गंगा का पानी शुद्ध हो।
गौरतलब है कि प्रयागराज में आस्था का ऐसा जमघट लगने जा रहा है जिसे देखने के लिए न सिर्फ भारत बल्कि सात समंदर पार से सैलानी आयेंगे। रोशनी से नहाई हुई पंडालों की नगरी और घंटा-घड़ियालों के साथ गूंजते वैदिक मंत्र और धूप-दीप की सुगंध से पूरा प्रयागराज महक उठेगा। आस्था के इस महामेले में कुछ खास तिथियों पर शाही स्नान और अन्य तमाम आयोजन होंगे। भव्य पंडाल, भंडारे, धार्मिक अनुष्ठान कुंभ मेले होंगे और ऐसा धार्मिक-आध्यामिक अनुभव शायद ही कहीं मिले।
प्रयागराज में कुंभ 14 जनवरी 2019 से शुरू होकर मार्च 2019 तक चलेगा। कुंभ में 8 प्रमुख स्नान तिथियां पड़ेंगी। कुम्भ की शुरुआत मकर संक्रान्ति से शुरू हो कर 4 मार्च महा शिवरात्रि तक चलेगा। अर्धकुम्भ करीब 50 दिन चलेगा।