कानपुर : बवाल और हिंसा के साक्ष्य मिटाने की कोशिश, एसआईटी का गठन, जारी होंगे उपद्रवियों के पोस्टर

कानपुर। तीन जून को जुमे की नमाज के बाद परेड, नई सड़क और यतीमखाना समेत कई इलाकों में हुई हिंसा को लेकर पुलिस अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें हिंसा का मास्टरमाइंड और एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन का अध्यक्ष हयात जफर हाशमी भी शामिल है। इस बीच रविवार को बवाल और हिंसा से जुड़ा नया खुलासा हुआ है।

पुलिस कमिश्नर ने बताया है कि बवाल और हिंसा मामले में डीवीआर से दस्तावेज मिटाने और छेड़खानी की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि साक्ष्य मिटाने वालों को भी नहीं छोड़ा जाएगा। इस मामले में विस्तृत जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।
बता दें कि पत्थरबाजों को पुलिस ने चिन्हित कर लिया है और रविवार को उनके पोस्टर जारी होने हो। इससे उपद्रवियों और बवालियों के चेहरे सामने आएंगे। साथ ही, इनको पकड़वाने की लोगों से अपील भी होगी।

शनिवार को पुलिस ने लखनऊ से हिंसा के हयात जाफर हाशमी समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से मोबाइल फोन और कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनकी जांच कराई जा रही है। साथ ही, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम खंगालने पर साजिश के साक्ष्य मिले हैं।

  • बवाल के मास्टरमाइंड हयात से पूछताछ में पांच लोगों के नाम बताए।

नमाज के बाद हुई हिंसा के मास्टर मांइड मौलाना मोहम्मद अली जौहर फैंस एसोसिएशन का अध्यक्ष हयात जफर हाशमी को गिरफ्तारी के बाद हयात जफर से पूछताछ में पांच लोगों के नाम बताए हैं। दावा किया है कि वह भी इस साजिश में शामिल रहे हैं। इसमें दो नामचीन लोग हैं। पुलिस ने इसको बेहद गंभीरता से लेकर तफ्तीश शुरू की है। इन पांचों लोगों के बारे में जानकारी के साथ घटना से जुड़े साक्ष्यों को पुलिस जुटा रही है। अगर साक्ष्य पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जिन पांच लोगों के नाम सामने आए हैं, उनको अभी सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, क्योंकि ये नाम आरोपियों ने बताए हैं। अगर उनके खिलाफ साक्ष्य पाए जाते हैं तो नाम सार्वजनिक कर कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों के मोबाइल से तमाम जानकारियां मिली हैं। उस आधार पर भी जांच की जा रही है।

  • एक वीडियो की भी हो रही जांच

सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कुछ लोग बैठक करते दिखाई दे रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के लिए कहा जा रहा है। बैठक मंच पर हयात जफर हाशमी भी बैठा नजर आ रहा है। पुलिस ने इस वीडियो को भी जांच में शामिल कर लिया है। पुलिस पता कर रही है कि बैठक में शामिल होने वाले लोगों का बवाल से कोई संबंध है या नहीं।

शनिवार को प्रेसवार्ता में पुलिस आयुक्त मीणा ने बताया कि जांच में सामने आया कि एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन का अध्यक्ष हयात जफर हाशमी बवाल का मुख्य साजिशकर्ता है। साजिश में उसके साथ जावेद अहमद खान, मोहम्मद राहिल और मोहम्मद सूफियान को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि इसी तरह से बाजार बंदी का आह्वान कर बंगाल और मणिपुर में बवाल किया गया था, जिसमें पीएफआई का हाथ सामने आया। इसलिए इस घटना को भी उसी तर्ज से जोड़कर देखा जा रहा है।

  • भड़काऊ वीडियो मिले

सोशल मीडिया के जरिये हयात जफर के तमाम वीडियो पुलिस ने जुटाए हैं। जिसमें वह भड़काऊ भाषण देते सुनाई दे रहा है। इसी तरह कई बैनर, पोस्टर व पर्चे भी उसके पास से मिले हैं। जो वह बाजार बंद व जेल भरो आंदोलन के प्रचार प्रसार में इस्तेमाल कर रहा था।

  • गैंगस्टर लगेगा, अवैध संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर

पुलिस आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में जुटी है। गैंगस्टर और एनएसए आरोपियों पर लगेगा। पुलिस अफसरों का कहना है कि आरोपियों की अवैध संपत्ति चिह्नित की जाएगी। जो भी अवैध संपत्ति मिलेगी और जो संपत्ति अपराध के जरिये बनाई गई होगी, उस पर बुलडोजर भी चलेगा।