कानपुर : 38 साल बाद 84 दंगें के चार आरोपी गिरफ्तार, अभी होगी और गिरफ्तारियां

कानपुर। सिख विरोधी दंगे के दौरान हुए निराला नगर हत्याकांड के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसी के साथ सिख विरोधी दंगों के दौरान शहर में मारे गए 127 सिखों के परिवारों को इंसाफ मिलने की शुरूआत हो गयी। एसआईटी, कानपुर कमिश्नरेट और कानपुर आउटर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे के मामले में सफीउल्ला (64) पुत्र साबिर खां निवासी शिवपुरी, घाटमपुर, योगेंद्र सिंह (65) उर्फ बब्बन बाबा पुत्र स्व. सुरेंद्र सिंह निवासी जलाला थाना घाटमपुर, विजय नरायन (62) सिंह उर्फ बच्चन सिंह पुत्र स्व. शिव नरायन सिंह निवासी वेंदा थाना घाटमपुर और अब्दुल रहमान (65) उर्फ लम्बू पुत्र स्व. रमजानी चौकीदार निवासी वेंदा थाना घाटमपुर को गिरफ्तार किया गया है।

बता दें कि कानपुर में हुए सिख विरोधी दंगे की जांच कर रही एसआईटी का कार्यकाल चार माह और बढ़ा दिया गया है। अब एसआईटी के पास 30 सितंबर तक जांच पूरी कर आरोपियों की गिरफ्तारी करने का समय है। सिख विरोधी दंगे में कानपुर में 127 लोगों की हत्या हुई थी। फरवरी 2019 में शासन ने एसआईटी गठित की थी।शासन के आदेश पर गठित एसआईटी तीन वर्षों से मामले की जांच कर रही है। 11 मामलों की विवेचना एसआईटी छह महीने पहले पूरी कर चुकी है। इसमें 60 से अधिक आरोपियों की पहचान की गई है। इन आरोपियों के खिलाफ सुबूत व गवाह दोनों हैं। अभी चार आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है और जल्द ही अन्य को भी गिरफ्तार किया जाएगा।

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