सर्पदंश का इलाज सिर्फ एंटीवेनम, झाड़ बिल्कुल भी फूँक नही – सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी
भास्कर समाचार सेवा इटावा । थाना क्षेत्र जसवंतनगर के अन्तर्गत ग्राम सिंघावली में घर मे घुसे एक काले नाग (स्पेक्टिकल कोबरा) को देखकर हड़कंप मच गया। स्पेक्टिकल कोबरा देखकर कार्य कर रही महिलाएँ व बच्चे दहशत में आ गई। तभी मौके पर पहुंची पीआरवी 1614 से सूचना मिलते ही सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने 5 मिनट में ही रेस्क्यू कर घर की महिलाओं व गृह स्वामी को भय मुक्त कर दिया। मौके पर मौजूद घर के मालिक लाल सिंह भदौरिया ने जानकारी देते हुये बताया कि,दोपहर में हमने इसे भूसे के कमरे में बैठे देखा था। तब हमने 112 नम्बर पर पुलिस को सूचित किया। तब उसके बाद वन्यजीव विशेषज्ञ व सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को सूचना दी गई । डॉ आशीष के द्वारा सुरक्षित रेस्क्यू करने के बाद अब हमें बिल्कुल भी डर नही लग रहा है हम सभी सर्पमित्र डॉ आशीष को हमारे घर मे घुसे खतरनाक नाग से जान बचाने के लिये विशेष धन्यवाद देते है। नगर पालिका परिषद इटावा के ब्रांड एम्बेसडर व मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ आशीष ने बताया कि,यह एक खतरनाक नर स्पेक्टिकल कोबरा था जिसमें खतरनाक न्यूरोटॉक्सिक विष मौजूद होता है । रेस्क्यू के बाद कोबरा सर्प को प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी अतुल कांत शुक्ला के निर्देशन में प्राकृत वास में ले जाकर छोड़ दिया गया। डॉ आशीष ने सभी ग्रामीणों से निवेदन किया है कि,अब चूंकि, बरसात में सर्पों का निकलने का मौसम चल रहा है अतः इस समय रात्रि में या कहीं भी अंधेरे में जाते वक्त सभी को बेहद ही सावधान रहने की आवश्यकता है कृपया घर मे पुराना समान रखे हुये एरिया में या घर के बाहर कहीं भी जूते पहनकर व टोर्च लेकर ही निकले, यदि आपको कभी दुर्भाग्य से कोबरा या करैत की बाइट हो भी जाये तो किसी झाड़ फूंक कर ढाक बजाने वाले ढोंगी या किसी सरसों पढ़ने वाले के पास बिल्कुल भी न जायें। घबराएं नहीं और बिना समय गंवाये ही उस पीड़ित व्यक्ति या महिला को जनपद के इमरजेंसी वार्ड में कमरा नम्बर तीन में ले जाकर तत्काल एडमिट करायें और जहरीले सर्पदंश के काटने पर सिर्फ एंटीवेनम ही लगवाये। जनपद इटावा में संस्था ओशन के द्वारा लोगो को लगातार ही जागरूक करने का ही अब एक बहुत बड़ा असर हो चुका है कि,अब लोगो ने किसी भी प्रकार के सर्पों या वन्यजीवों को मारना ही छोड़ दिया है इससे पूर्व जनता में ऐसा बड़ा बदलाव बिल्कुल भी नही था लेकिन अब जागरूकता के बाद सभी लोग सर्पमित्र डॉ आशीष को लगातार उनके नम्बर 7017204213 पर कॉल कर वन्यजीवों के दिखाई देने की सूचना देने लगे है। विदित हो कि, डॉ आशीष जनपद में पुलिस सेवा 112 व वन विभाग के सहयोग से लगातार वन्यजीव व सर्प संरक्षण के कार्य मे लगातार लगे हुये है। कोबरा रेस्क्यू में थाना जसवंतनगर से पीआरवी 1614 पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल कैलाश सिंह व उनकी टीम ने सहयोग किया