कई लोगों को देर रात में खाना खाने की आदत होती है, लेकिन यह आपके सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. एक नए अध्ययन में पाया गया है कि देर रात खाना मोटापे का कारण बन सकता है. ब्रिघम और महिला अस्पताल के शोधकर्ताओं का कहना है कि देर रात खाने से कैलोरी बर्न होने की क्षमता को कम करता है, भूख बढ़ती है और फैट टीशू में परिवर्तन होने लगता है. ये सभी वजन बढ़ाने का काम करते हैं.
स्टडीफाइंड के मुताबिक, शोध में ये पाया गया है कि सोने से ठीक पहले भोजन करने से भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन लेप्टिन और ग्रेलिन पर गहरा प्रभाव डालता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ हमेशा ही देर रात स्नैकिंग के खतरों के प्रति लोगों को आगाह करते रहे हैं. यह कई पुरानी बीमारियों का कारण भी बन सकते हैं.
क्या कहना है विशेषज्ञों का
ब्रिघम डिवीजन ऑफ स्लीप एंड सर्कैडियन डिसऑर्डर में मेडिकल क्रोनोबायोलॉजी प्रोग्राम के निदेशक वरिष्ठ लेखक फ्रैंक ए जे एल स्कीर ने एक मीडिया विज्ञप्ति में बताया कि हम उन तंत्रों का परीक्षण करना चाहते थे जो यह बता सकते हैं कि देर से खाने से मोटापे का खतरा क्यों बढ़ जाता है. पिछले शोध से पता चला था कि देर से खाने से मोटापे का खतरा बढ़ जाता है, शरीर में वसा में वृद्धि होती है और वजन घटाना मुश्किल काम बन जाता है. लेकिन इसकी वजह क्या है.
क्या है वजह
दुनिया भर में दो अरब से अधिक वयस्क अधिक वजन वाले या मोटे हैं. जिससे मधुमेह, कैंसर, हृदय रोग की संभावना अधिक है. अध्ययन में पाया गया कि जो लोग रात 10 बजे के बाद भोजन करते हैं, उनके शरीर में शाम 6 बजे भोजन करने वालों की तुलना में एनर्जी एक्सपेंडेचर, भोजन की खपत का नियमन और कैमिकल रिएक्शन से फैट चेंज होने की संभावना कहीं अधिक होती है. ये सभी तेजी से वजन बढ़ाने का काम कर रहे थे. शोध में पाया गया कि 4 घंटे के अंतराल का असर भूख के स्तर को काफी प्रभावित किया. जो लोग जल्दी खाएं उनकी कैलोरी तेजी से बर्न हुई और फैट टीशू जमा नहीं हुआ.