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सिख समाज ने प्यार और श्रद्धापूर्वक मनाया ‘बंदी छोड़ दिवस’

भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। गुरुद्वारा श्रीगुरु सिंह सभा ककंरखेड़ा में विशेष आयोजन कर ‘बंदी छोड़ दिवस’ प्यार और श्रद्धापूर्वक मनाया गया। जिसमें बड़ी संख्या में संगत ने भाग लेकर गुरबाणी कीर्तन एवं गुरमति विचारों को श्रवण किया। गुरु हरगोबिंद साहिब के परोपकारों को याद कर लंगर एवं मिष्ठान ग्रहण किया गया। इस मौके पर विशेष रूप से गुरुद्वारा परिसर को सुंदर फूलों एव रंगीन रौशनी से सजाया गया था, जिसे देख संगत मंत्रमुग्ध और प्रसन्न हो रही थी।

बहन अमृत कौर के जत्थे ने शब्द गायन कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। उनके बाद प्रसिद्ध रागी भाई सतनाम सिंह ने शब्द गायन कर सारी संगत को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर गुरुद्वारा श्रीगुरु सिंह सभा कंकरखेड़ा के प्रधान मनजीत सिंह कोछड़ ने कहा, आज के दिन मीरी-पीरी के मालिक छठे गुरु हरगोबिंद साहिब ग्वालियर में जहाँगीर की कैद से 52 राजाओं को आजाद कर जब श्री दरबार साहिब अमृतसर पहुंचे, तब बाबा बुड्डा एवं सारी संगत ने दीपमाला एवं रौशनी कर अकाल तख्त साहिब के सृजनकर्ता के आगमन की खुशियां मनाई थी। इस दिन को पूरे विश्व का सिक्ख ‘बंदी छोड़ दिवस’ के रूप में बहुत श्रद्धापूर्वक मनाता है। इस मौके पर इकबाल सिंह धारीवाल, अजीत सिंह, हरप्रीत सिंह सलूजा, परमजीत सिंह, रोकी हरमिनदर सिंह मजीठिया, किशन सिंह छाबड़ा, धीर सिंह, बलबीर सिंह, बहादुर सिंह, अमरजीत सिंह जग्गी आदि मौजूद रहें।

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