
दैनिक भास्कर ब्यूरो
अमौली/फतेहपुर । सरकार ने साफ सफाई को लेकर खूब अभियान चलाया। यह अभियान गांव गांव चला। जिले से लेकर ब्लॉक तक के अधिकारियों ने इसके बारे में लोगो को जागरूक भी किया। लेकिन स्वच्छ भारत मिशन का सपना आज भी साकार नही हो पा रहा है गांव व कस्बो में नालियां पटी पड़ी हैं साफ सफाई न होने से डेंगू आदि मच्छर जनित संक्रामक बीमारियां फैल रही हैं।
ऐसा ही एक मामला अमौली ब्लॉक के कस्बे में ब्लॉक मुख्यालय से लगभग सौ मीटर की दूरी पर अमौली तिराहे का प्रकाश में आया है जहाँ गंदगी का अम्बार लगा हुआ है। जबकि उसी तिराहे से हर रोज ब्लॉक के उच्च अधिकारियों का आवागमन होता है लेकिन उनको तिराहे में लगा गन्दगी का अम्बार नजर नहीं आता। अब सोचने की बात यह है कि जब ब्लॉक से कुछ ही दूरी पर गंदगी का अम्बार लगा हुआ है जिसे साफ कराये जाने की जिम्मेदारों ने सुध नहीं ली तो कस्बे के अन्य स्थानों व गांव क्षेत्रो के क्या हाल होंगे। जबकि इस तिराहे से हजारो लोग हर रोज आवागमन करते हैं जो कि कूड़े व गन्दगी के ढेर से निकलने वाली बदबू के कारण मजबूरन नाक बंद कर उपरोक्त रास्ते से निकलने को मजबूर होते हैं। वहीं दुर्गंध के कारण इलाकाई लोगों का खुली हवा में सांस लेना भी दूभर है।
यही नहीं बल्कि कस्बे के लोगो की माने तो अधिकांश गलियां ही गन्दगी से पटी हुई हैं। सिल्ट सफाई के अभाव में नालियों का दूषित पानी भी उफनाकर सड़को में भर रहा है। जिससे सड़के जहां दलदल युक्त हो रही हैं। जिनमे गिरकर लोग आए दिन चोटहिल हो रहे हैं। यही नहीं बल्कि कूड़े के ढेर व सड़को में दूषित जलभराव होने से आवाम में मच्छर जनित संक्रामक बीमारियों मलेरिया, टाइफाइड, मियादी बुखार, हैजा सहित जानलेवा बीमारी डेंगू के फैलने का खतरा भी बना रहता है। इसके बावजूद भी किसी जिम्मेदार ने आज तक उपरोक्त जनसमस्या की तरफ अपना ध्यान लगा साफ सफाई करवाकर इस जनसमस्या के निस्तारण के लिए कोई प्रभावी कदम उठाया जाना मुनाशिब नहीं समझा।
जबकि आस पास के लोगो ने कई बार ब्लॉक ही नहीं वरन तहसील व जिला स्तरीय उच्च प्रशासनिक अधिकारियो को से भी लिखित व मौखिक रूप से तिराहे पर लगे कूड़े के ढेरों को हटवा कस्बे की उफनाती नालियों व गलियों की साफ सफाई कराये जाने की मांग की है। इसके बावजूद भी जिम्मेदारों ने उपरोक्त जनसमस्या का कोई स्थायी हल निकालना मुनाशिब नहीं समझा। नतीजतन यथास्थिति आज भी बरकरार है। लोगों ने इस विकराल जन समस्या के होने की असली वजह तैनात सफाई कर्मी का ब्लॉक मुख्यालय के कर्मियों से सांठगांठ कर धरातल में ड्यूटी देने की बजाय अधिकांश समय ड्यूटी से नदारद रहते हुए घर बैठे वेतन उठाना बताया है।