जिस तरह से ज्योतिष शास्त्र में कुडंली, अंकशास्त्र में जन्म की तारीख देखकर इंसान के व्यक्तित्व के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है. वैसे ही सामुद्रिक शास्त्र का भी काफी महत्व है. सामुद्रिक शास्त्र में हाथ की रेखाओं और शरीर में बने तिल और चिह्नों के माध्यम से इंसान के भविष्य के बारे में अनुमान लगाया जाता है. अब हथेली की ऐसी रेखाओं के बारे में बात कर रहे हैं जो काफी लकी होती हैं, इनके होने का मतलब है कि इंसान को जीवन में धन की कभी कमी नहीं रहती और वह करोड़पति की जिंदगी जीता है.
शनि पर्वत
कोई रेखा अगर मणिबंध से निकलकर सीधे शनि पर्वत पर पहुंचे तो ऐसे इंसान को पैतृक संपत्ति प्राप्त होती है. वहीं, अगर जीवन रेखा से कोई रेखा उदय होकर शनि पर्वत पर पहुंचे तो ऐसा व्यक्ति अपने दम पर संपत्ति खड़ी करता है.
भाग्य का स्थान
हाथ में शनि पर्वत बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. शनि पर्वत को भाग्य का स्थान भी माना जाता है. शनि पर्वत पर रेखाओं के पहुंचने का मतलब है कि ऐसा व्यक्ति जीवन में भूखा नहीं मरता है. इनको जीवन में पैसों की तंगी का कभी सामना नहीं करना पड़ता है.
उदय रेखा
जीवन रेखा से उदय रेखा थोड़ा अंदर आकर मंगल पर्वत तक पहुंच जाए तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है. चंद्र पर्वत से कोई रेखा निकलकर शनि पर्वत पर पहुंच जाए तो ऐसे इंसान की किस्मत घर से दूर जाने पर ही चमकती है.
वी का चिह्न
शनि पर्वत पर वी का चिह्न बने और इसमें पांच या इससे कम शाखाएं निकले तो व्यक्ति करोड़पति होता है. शनि पर्वत पर केंद्र में मछली का निशान हो तो जीवन में धन की प्राप्ति होगी, लेकिन यह चिह्न अगर शनि और गुरु पर्वत पर बने तो व्यक्ति धन और सम्मान दोनों पाता है.