
दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । बड़ौरी टोल प्लाजा में ब्याप्त भ्रष्टाचार अनियमितता व नियमावली के विपरीत कार्य किये जाने का मामला सामने आने के बाद जहां मैनेजर अशोक दुबे पल्ला झाड़ रहे हैं वहीं लाखों के राजस्व की चोरी को दबाने का ताना बाना बुना जा रहा है। जबकि नियमावली के विपरीत बड़ौरी व जिन्दपुर टोल प्लाजा से खुलेआम ओवरलोड वाहनों की निकासी हो रही है जिसमे जमकर अवैध वसूली का खेल भी खेला जा रहा है। आपको बता दें कि भारत सरकार द्वारा टोल टैक्स के अनुबंधों में पेज नंबर 2 के बिंदु नंबर 5 में साफ लिखा है जो यांत्रिक वाहन नियम के अधीन अपनी श्रेणी के लिए निर्धारित अनुज्ञेय भार की अपेक्षा अधिक भार से लदे होंगे।
अवैध वसूली कर खुलेआम निकाले जाते ओवरलोड वाहन!
उन दरों पर शुल्क का संदाय करना होगा जो उनसे अगली उच्च श्रेणी के वाहनों के लिए लागू होता है और उन्हें तब तक राज्य मार्ग खंडो का उपयोग करने का अधिकार नहीं होगा जब तक कि ऐसे यांत्रिक वाहन से अधिक भार को हटा ना दिया जाए। इस नियम से साफ होता है की ओवरलोड वाहन ना ही राष्ट्रीय मार्ग से निकल सकते हैं और ना ही टोल प्लाजा से।
बेरोकटोक निकासी पर पर उठे प्रश्नचिन्ह
फिर भी धड़ल्ले से जिन्दपुर टोल प्लाजा व बड़ौरी से ओवरलोड़ वाहन निकाले जा रहे हैं जिन्हें बिना किसी शुल्क के अवैध वसूली कर या सामान्य ट्रक के रेट में निकाल दिया जाता है। इस बाबत खनिज अधिकारी राजेश कुमार ने कहा ओवरलोड़ के खिलाफ एक महीने में लगभग 100 ट्रकों का ई चालान किया गया है। जिनसे सरकार के राजस्व में लगभग 40 लाख रुपये आये हैं। टोल प्लाजा की फुटेज चेक की जाएगी। ओवरलोड़ वाहन चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हैंड मशीन बनी अवैध कमाई का जरिया
टोल प्लाजा के मैनेजर की मिलीभगत से हैंड मशीन अवैध कमाई का जरिया बनी है टोल कर्मी बिना फास्टैग के वाहन को रोककर उन्हें हाइवे के जुर्माने सहित दोगुना की फर्जी रशीद थमा देते हैं जिसे देकर वाहन तो चला जाता है मगर यह रुपया न ही टोल प्लाजा के पास जाता है और न ही नेशनल हाइवे को मिलने वाली पेनालिटी उनके पास जाती है। दोनो ही रुपयों की चोरी टोल कर्मियों द्वारा की जाती है जिसका एक वीडियो भी भास्कर टीम के हाथ लगा है। हालांकि हम इस वीडीओ की पुष्टि नहीं करते मगर टोल में फर्जीवाड़ा का मामला बड़ा एवं संगीन है जिसकी जांच होनी अति आवश्यक है। नहीं तो सैकड़ो वाहन स्वामी रोज टोल के झोल में फंसेंगे। बूथ संख्या दो के इस वीडियो में फर्जी पर्ची काटते टोल कर्मी शमशेर यादव को स्पष्ट देखा जा सकता है जिसमे वह फर्जी पर्ची काटकर रुपया लेता भी नजर आ रहा है।