दैनिक भास्कर ब्यूरो
बहेड़ी-बरेली। शाहगढ़ के तालाब पर किए गए कब्जे को नगर पालिका ने जेसीबी से हटवा दिया। नगर पालिका की लापरवाही से दबंगो ने तालाब को पाटकर उस पर निर्माण कर लिया था। कस्बे में तालाबों की जमीन पर अवैध कब्जे लगातार किए जा रहे है। दबंगों ने धर्मकांटे के पास तालाब को पटलर अवैध कब्जा कर निर्माण कर दिया। नगर पालिका की अनदेखी की वजह से लोग नगर पालिका के तालाबों पर लगातार भराव कर कब्जा कर रहे हैं। ऐसे में सरकारी जमीन को अवैध कब्जे की भेंट चढने से बचाने का प्रशासन का दावा खोखला साबित हो रहा है। करीब तीन दशक पहले शाहगढ के तालाब का पानी पशुओं के पीने के काम आता था।
कस्बे के लोग इसमें नहाते भी थे। तालाब से कस्बे और आसपास का जलस्तर भी बढ़ता था। सिस्टम की उदासीनता के कारण तालाब का अस्तित्व अब खतरे में है। हालत यह है कि इसमें गंदगी की भरमार है। मानों इसको चारों तरफ से भराव कर कब्जा करने की योजना बनी हुई है। कई लोगों ने इसकी जमीन पर निर्माण कर लिया है। ऐसे ही स्थिति बनी रही तो कुछ ही सालों में तालाब की पहचान भी नहीं बचेगी। ऐसा नहीं है कि पूरा मामला किसी की जानकारी में नहीं है।
लगातार इसको लेकर लोग शिकायतें भी दे रहे हैं।, पिछले दिनों प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायत देकर पूरी स्थिति से अवगत कराया था। स्थिति में कब्जे की भेंट नहीं चढने दिया जाएगा। इसको लेकर बहेड़ी लेखपाल को जांच दी गई थी लेखपाल ने पाया है कि तालाब को अभेद रूप से पाट लिया गया है आज नगर पालिका की टीम और बहेड़ी पुलिस के साथ गए और अभियान चलाकर जमीन को कब्जामुक्त कराया गया। यदि किसी ने इस पर निर्माण कर लिया है तो उसको भी ध्वस्त कराया जाएगा लगातार तालाबों पर कब्जे हो रहे हैं कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति होती है इसी कारण सरकारी तलाबों पर कब्जा करने से नहीं चूकते हैं।