दैनिक भास्कर ब्यूरो
खागा/फतेहपुर । किशनपुर पुलिस ने चार दिन पूर्व थाना क्षेत्र के कछरा गाँव मे घटित जयचन्द्र रैदास हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस की विवेचना के दौरान जयचन्द्र की हत्या नहीं बल्कि आत्म हत्या करने की बात प्रकाश में आई है मगर आत्महत्या के बाद असलहा दूर कैसे चला गया ये अभी भी बड़ा सवाल है। बता दें कि बीती 5 फरवरी को कछरा गाँव निवासी जयचन्द्र रैदास ने पति पत्नी के विवादों से आजिज आकर गाँव के बाहर जंगल मे तमंचे से गोली मारकर हत्या कर लिया था लेकिन घटना में प्रयुक्त आला कत्ल असलहा घटनास्थल से गायब था जिससे लोग हत्या का ही कयास लगा रहे थे। वहीं स्वजनों ने जयचन्द्र की हत्या का आरोप लगाकर गाँव के ही तीन सगे व एक अन्य आरोपित गोरेलाल उर्फ जुगेन्द्र, उमेश, सौरभ पुत्रगण संतलाल व मुकेश पुत्र मूलचन्द्र के खिलाफ पुलिस को लिखित तहरीर दी थी पुलिस ने म्रतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।
तमंचा दूर से चार दिन बाद मिलना खड़ा कर रहा खुलासे पर सवाल
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के तुरन्त बाद पुलिस ने घटना की जांच शुरू की तो घटना परत दर परत खुलती चली गई। ग्रामीणों व स्वजनों की बयान भिन्नता से घटना ने हत्या से आत्महत्या की ओर रुख कर लिया। जांच के दौरान पुलिस को म्रतक का पत्नी के साथ आये दिन विवाद होने व घटना वाले दिन भी म्रतक के मोबाइल में पड़े मैसेज को पढ़ने के बाद म्रतक व उसकी पत्नी के बीच कहासुनी व म्रतक द्वारा गुस्से में आकर पत्नी को पीट कर घर से बाहर जाने व उसका पीछा सगे भाई के करने की बात पता चली। वहीं पुलिस ने जब ग्रामीणों से पूछताछ शुरू की तो पूरी घटना का राजफाश हो गया। जिसके आधार पर पुलिस ने जब म्रतक के वादी भाई फूलचन्द्र से पूछताछ शुरू की तो पुलिस को जयचन्द्र के किसी युवती से अक्सर फोन पर बात व चैटिंग करने की बात मालूम हुई जिसकी वजह से पति पत्नी के बीच होने वाला घरेलू विवाद बिल्कुल आम बात हो गई थी।
अगर खुलासा सही तो घटनास्थल से छेड़छाड़ करने वाले की गिरफ्तारी आवश्यक
घटना वाले दिन भी जयचन्द्र के मोबाइल में किसी युवती ने मैसेज भेजा था जिसको उसकी पत्नी ने पढ़ लिया था। जिसने मैसेज को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए म्रतक जयचन्द्र से वाद विवाद शुरू कर दिया था। गुस्से में आकर जयचन्द्र पत्नी को एक थप्पड़ जड़ आत्म हत्या करने की बात कहकर घर से बोरबेल की ओर चला गया था। जिसका पीछा भाई फूलचन्द्र ने किया था। लेकिन जब तक वह जयचन्द्र को पकड़ने में कामयाब होता जयचन्द्र ने तमंचे से कनपटी में गोली मारकर आत्म हत्या कर लिया था। जयचन्द्र के आत्म हत्या करने के बाद उसके स्वजनों ने मृतक की प्रेमिका के परिजनों जोगेंद्र, उमेश, सौरभ पुत्रगण संत लाल व मुकेश पुत्र मूलचन्द्र को हत्या के फर्जी मुकद्दमे में फँसाने की साजिश रच डाली।
ग्रामीणों की माने तो जिसकी मुख्य वजह जयचन्द्र का आरोपितों की बहन से लम्बे अर्से से चलने वाला प्रेम प्रसंग व पिछले वर्ष म्रतक जयचन्द्र द्वारा उनकी बहन को लेकर फरार होने वाली मुकद्दमे बाजी व म्रतक के जेल भेजवाने की वजह से खुन्नस होना है। पुलिस ने घटना का पटाक्षेप करते हुए चार निर्दोष आरोपितों को सजा व जेल जाने से बचाने का दावा किया है। जिसने म्रतक की चप्पल व घटना में प्रयुक्त तमंचे को किसी शरारती तत्व द्वारा घटना स्थल से दूर फेके जाने की बात कही है।
पुलिस ने घटना स्थल से कुछ दूर से म्रतक का मोबाइल फोन व आत्म हत्या में प्रयुक्त देशी तमंचा मय खोखा कारतूस बरामद कर लिया है। हालांकि पुलिस द्वारा घटना के खुलासे को लेकर किये गये दावे लोगो के गले नहीं उतर रहे। क्यों कि पुलिस ने म्रतक की चप्पलें व तमंचा घटना स्थल के लगभग चार दिन बाद घटना स्थल से काफी दूर बरामद किया है। जबकि पुलिस व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार म्रतक ने गोली अपनी कनपटी में मारी थी जिसके बाद उसकी तुरन्त मौत हो गई थी। म्रतक की मौत के बाद भी तमंचे व चप्पलों के घटना स्थल से काफी दूर से बरामद होना पुलिसिया खुलासे में छेद होने का स्पष्ट संकेत है या फिर पुलिस द्वारा घटना स्थल से छेड़छाड़ करने वाले दोषी को बचाने का प्रयास, जो भी है जब तक घटनास्थल से छेड़छाड़ करने वाले को पुलिस नहीं पकड़ेगी सही खुलासा कहना जल्दबाजी होगी!