बहराइच । बुधवार को देर शाम कलेेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति बैठक के दौरान जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने कहा कि उनके द्वारा की गई गहन समीक्षा के परिणाम स्वरूप 01 दिन में 5000 गोल्डेन कार्ड बनने से यह बात स्पष्ट है अधिकारियों एवं कर्मचारियों में कार्य करने की क्षमता है, परन्तु उनको प्रोत्साहित एवं प्रेरित करने की आवश्यकता है। डीएम डॉ. चन्द्र ने सभी जिम्मेदारान का आहवान किया।
इसी दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ गोल्डेन कार्ड के साथ-साथ अन्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों को पूरी शिद्दत के साथ लागू करें। डीएम ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के विजन के परिणामस्वरूप जनस्वास्थ्य हेतु आयुष्मान भारत योजना जैसी अद्वितीय योजना संचालित की जा रही है। जिसके माध्यम से गरीब लोगों को रू. 05 लाख तक की निःशुल्क चिकित्सा की सुविधा मिल रही है। डीएम डॉ. चन्द्र ने सभी ज़िम्मेदारान को निर्देश दिया कि जिले के शत-प्रतिशत अर्ह लोगों का आयुष्मान कार्ड बनवाकर उन्हें योजना से आच्छादित करें।
जिले में 01 से 30 अप्रैल तक संचालित होने वाले संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा 17 से 30 अप्रैल के मध्य चलने वाले दस्तक अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए डीएम डॉ. चन्द्र ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि शासन के मंशानुरूप सभी तैयारी पूर्ण कर लें। डीएम ने निर्देश दिया कि अभियान के शुभारम्भ दिवस के अवसर पर सभी अधिकारी वाहन सहित कलेक्ट्रेट में मौजूद रहेंगे ताकि वृहद स्तर पर कार्यक्रम का श्रीगणेश हो सके। डीएम डॉ. चन्द्र ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि सीएचसी एवं पीएचसी स्तर पर अभियान की तैयारियों की समीक्षा कर यह सुनिश्चित करें कि सभी स्थानों पर दवाएं उपलब्ध रहें। डीएम ने कहा कि आमजन में इस बात का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाय कि संचारी रोग से पीड़ित होने पर कदापि छोलाझाप चिकित्सकों के चक्कर में न पड़ते हुए सरकारी चिकित्सालयों से सम्पर्क करें।
प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना में जनपद को प्रदेश में तृतीय स्थान प्राप्त होने पर डीएम डॉ. प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अधिकारियों का आहवान किया प्रयास कर अन्न योजना में भी शीर्ष स्थान दिलाएं। बैठक में समीक्षा के दौरान पाया गया कि कुछ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर न्यू बार्न केयर यूनिट पूरी तरह से संचालित नहीं हैं। इस स्थिति पर डीएम ने निर्देश दिया कि समस्त सीएचसी पर एनबीसीयू की स्थापना कर उन्हें मानक के अनुसार क्रियाशील भी रखा जाय। टीकाकरण की समीक्षा के दौरान निर्देष दिये गये कि इकारी परिवारों को धर्मगुरूओं, समाज के जिम्मेदारान तथा अधिकारियों के माध्यम से टीकाकरण के लिए प्रेरित कर शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण कराएं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए डीएम ने निर्देष दिया कि वाहनों को जी.पी.एस. सिस्टम से लैस कर माइक्रों प्लान के अनुसार आंगनबाड़ी केन्द्रों व विद्यालयों का भ्रमण कर बच्चों का शत-प्रतिशत स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाय।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक प्रशान्त वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एस.के. सिंह, प्रभारी सीडीओ महेन्द्र कुमार पाण्डेय, सीएमएस डॉ. ओ.पी. चौधरी, जिला पंचायत राज अधिकारी उमाकान्त पाण्डेय, डीपीओ राज कपूर, उपायुक्त एनआरएलएम रामेन्द्र कुशवाहा, डीपीएम सरजू खान व अन्य अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, सीडीपीओ व अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।