भास्कर समाचार सेवा
महेवा/इटावा। पिछले करीब एक पखवाड़े से अधिक समय से नहर व रजवाहों में पानी न आने से जहा दिन प्रतिदिन बढ़ रही गर्मी से पशु पक्षी पानी के लिए भटक रहे हैं वही किसान जो इस समय मूंग, तरबूज, खरबूज, ककड़ी, खीरा, मक्का, चरी, ज्वार आदि की फसल बो चुका है या फिर बोना चाहता है परेशान दिख रहा है।
इतना ही नहीं यह भी विदित हो कि ब्लॉक क्षेत्र महेवा की करीब 60 प्रतिशत कृषि भूमि न केवल नहर व रजवाहों की सिंचाई पर आधारित है बल्कि नहर व रजवाहों का पानी पशु व पक्षियों के लिए जीवन दाई है। पिछले माह मार्च में नहर टूटने के बाद रजवाहों में भी पानी का प्रवाह बन्द हो गया वहीँ गर्मियों में पानी छोड़ने के पूर्व रजवाहों की तथा नहर की सिल्ट सफाई होती है फिर पानी का प्रवाह छोड़ा जाता है इतना ही नहीं किसान बहेड़ा निवासी संजीव तिवारी का कहना है कि पानी न आने से पलेवा लेट हो रहॉ है वहीँ फसलों की बुबाई भी लेट होगी। युवा समाज सेवी सोहित दिवाकर का कहना है कि दिन प्रतिदिन बढ़ रही गर्मी के चलते नहरों में तथा रजवाहों में पानी शीघ्र छोड़ा जाना चाहिये जिससे आमजनमानस के साथ साथ पशु पक्षी भी उपयोग कर सकें।
वहीँ क्षेत्रीय पंडित राजीव चौधरी ,वेदप्रकाश त्रिपाठी ,विनोद पाल, ओमदत्त तिवारी, रामौतार आदि ने पानी छोड़े जाने की माँग की है।