Buddha Purnima Do’s And Don’ts In Hindi: हिंदू धर्म में हर तिथि का अपना विशेष महत्व है. इस क्रम में वैशाख खत्म होते-होते एक बड़ा पर्व आने वाला है. जिसे हम बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2023) के नाम से जानते हैं, यह पर्व इस साल 5 मई 2023 दिन शुक्रवार को पड़ रहा है. मान्यतानुसार, वैशाख माह की पूर्णिमा को गौतम बुद्ध का जन्मदिन हुआ था और इस वजह से इस दिन को बुद्ध पूर्णिमा कहते हैं. शास्त्रों के अनुसार, गौतम बुद्ध भगवान विष्णु के अवतार थे. कई लोग इस दिन व्रत धारण करते हैं और भगवान को प्रसन्न करने के तरीके अपनाते हैं. शास्त्रों के मुताबिक, भगवान को प्रसन्न करने के लिए इस दिन कुछ चीजें करने (Buddha Purnima Do’s And Don’ts) और कुछ चीजें न करने की सलाह दी जाती है. तो चलिए जानते हैं.
बुद्ध पूर्णिमा के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
1- बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2023) के दिन किसी प्रकार के मादक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए, ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होने के साथ साथ आपके भविष्य के लिए भी घातक साबित हो सकता है और भगवान आपसे रुष्ट हो सकते हैं.
2- बुद्ध पूर्णिमा के दिन हमें भूलकर भी मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए, ऐसा करना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.
3- बुद्ध पूर्णिमा के दिन किसी को भी भूलकर तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से आप अशुद्ध हो जाते हैं और आपको नकारात्मकता का सामना करना पड़ सकता है.
4- बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2023) के दिन किसी भी पशु पक्षी को हानि नहीं पहुंचानी चाहिए, ऐसा करने से भगवान आपसे नाराज हो सकते हैं. जिसके फलस्वरूप आपको बहुत सारी तकलीफों का सामना करना पड़ सकता है.
5- इस दिन गलती से भी अपनों से बड़ों का अपमान न करें, वरना दुर्भाग्य आपका पीछा नहीं छोड़ेगा.
बुद्ध पूर्णिमा के दिन क्या करना चाहिए?
1- बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2023) के दिन स्नान करने का विशेष महत्व है, इस दिन आपको पवित्र नदी में स्नान अवश्य करना चाहिए
2- इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने के साथ साथ दान दक्षिणा का विशेष महत्व माना गया है, ऐसे में आपको दान अवश्य करना चाहिए.
3- बुद्ध पूर्णिमा के दिन आपको पशु पक्षियों को भोजन कराना चाहिए, ऐसा करने से भगवान आपसे प्रसन्न होते हैं और आपका कल्याण करते हैं.
4- बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2023) के दिन विधि विधान से भगवान की पूजा करने के अलावा घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद अवश्य लेना चाहिए.
5- बुद्ध पूर्णिमा के दिन किसी का उपहास नहीं उड़ाना चाहिए और न ही किसी की आलोचना करनी चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. भास्कर इसकी पुष्टि नहीं करता है.)