बहराइच। तहसील महसी क्षेत्र के ग्राम पंचायत करेहना में आवारा पशुओं के आतंक से जायद की फसल जैसे मक्का, उरद सहित गन्ने की फसल चौपट हो गई है, जबकि सरकार ने सभी जिले के डीएम को निर्देश दिया है कि आवारा पशुओं के लिए गौ आश्रय बनाकर उसमें रखा जाए। जमीनी स्तर पर देखा जाए तो सरकार का आवारा पशुओं से निजात दिलाने का वादा खोखला आ रहा है, क्योंकि सरकार के अधिकारी हवा में कार्य कर रहे हैं।
सरकार ने इस योजना पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन सरकार के जिम्मेदार अधिकारी किसानों की खेती नष्ट होते देख चुप्पी साधे हुए हैं। किसान सतीश चंद्र, सिद्धनाथ, राजेश, सुशील, आनंद, सोहित ने बताया कि हम लोगों की मक्का, उरद, गन्ना की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है जबकि हम लोग बराबर खेती की रखवाली करते रहे।
किसानों का कहना है कि करेहना गांव में सैकड़ों की संख्या में आवारा पशुओं के झुंड घूम रहे हैं अहमद अली का कहना है कि मैंने दो एकड़ मक्का बोया था भुट्टे के समय मेरी फसल आवारा पशुओं के द्वारा नष्ट कर दी गई, जबकि कई हजार रुपया लगाकर खेतों के चारों तरफ तार लगवा दिया था फिर भी अपनी फसल बचा न सका। कुछ किसानों का कहना है कि आवारा सांड इतना खतरनाक है कि खेतों से भगाते समय सीधे जानलेवा हमला कर देते हैं, कब किसी के साथ कोई अनहोनी हो जाए पता नहीं, इस समस्या से किसान अंदर से पूरी तरह टूट चुके हैं।