दैनिक भास्कर ब्यूरो
अयोध्या। जिला अस्पताल में शनिवार को दिन में अजब-गजब नजारा सामने आया। अस्पताल की इमरजेंसी में सुबह 10 बजे के बाद ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के स्थान पर प्राइवेट पैथालॉजी पर काम करने वाला एक युवक कार्य करता नजर आया। लगभग एक बजे जब मीडिया कर्मी जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे तो उन्हें देखते ही युवक वहाँ से खिसक गया। परंतु इससे पहले वह मीडिया के कैमरों में कैद हो गया। इस बारे में जब मामले में जानकारी जुटाई गई तो सामने आया कि शनिवार प्रात आठ बजे से दोपहर दो बजे तक डॉ पल्लवी श्रीवास्तव की ड्यूटी लगी थी।
मीडिया के कैमरे में कैद हुआ नजारा
डॉ पल्लवी के पति इसी अस्पताल में वरिष्ठ आर्थो सर्जन डॉ आशीष श्रीवास्तव तैनात हैं। जो सीएमएस के काफी करीबी हैं। इसी का फायदा उठाते हुए डॉ श्रीवास्तव अपनी पत्नी की इमरजेंसी ड्यूटी शनिवार को लगवाते हैं और उनके स्थान पर उनकी पत्नी द्वारा संचालित प्राइवेट पैथोलॉजी में काम करने वाले एक युवक को बैठा कर स्वयं अपनी ड्यूटी अंजाम देते हैं।
डॉक्टर के स्थान पर इलाज करता मिला प्राइवेट पैथोलॉजी का कर्मचारी
प्रत्येक शनिवार को क्लब फुट डे भी होता है। जिसमें डॉ आशीष श्रीवास्तव टेढ़े- मेढ़े पंजों का इलाज ओपीडी के कक्ष संख्या नौ में करते हैं। इस दौरान इमरजेंसी भगवान भरोसे ही चलती है। ऐसा तब है जब पूरे जिले की सीएससी से रेफर किए गए मरीज जिला अस्पताल आते हैं। बताया जाता है कि यदि कोई तीमारदार डॉक्टर न होने पर विरोध कराता है तो उसे कमरा नंबर नौ में डॉक्टर द्वारा किसी मरीज के इलाज की बात कह कर चुप करा दिया जाता है। जिला अस्पताल प्रशासन दिनभर लाउडस्पीकर से दलालों पर कार्रवाई की बात तो प्रसारित करता है पर जब इसे बढ़ावा देने में डॉक्टर ही शामिल हो जाएं तो इस पर रोक कैसे लगेगी।यह एक बड़ा सवाल है । इस बारे में जब प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ सीबीएन त्रिपाठी से जानकारी की गई तो उन्होंने गोलमोल जवाब देते हुए कहा मामला मेरी जानकारी में नहीं था। जानकारी कर कार्रवाई करेंगे।
डॉक्टर ने पत्रकार को दी देख लेने व मुकदमें में फंसाने की धमकी
अयोध्या। क्लब फुट डे पर आयोजित कार्यक्रम में कमियों को लेकर और जिला अस्पताल की ओपीडी में डॉ पल्लवी श्रीवास्तव के स्थान पर उनकी निजी पैथोलॉजी के कर्मी द्वारा काम करने को लेकर चलाई गई खबर से तिलमिलाए वरिष्ठ ऑर्थो सर्जन डॉ आशीष श्रीवास्तव ने महिला अस्पताल के सामने सड़क पर दैनिक भास्कर प्रिंट मीडिया के ब्यूरो चीफ राहुल मिश्र को देख लेने और फर्जी मामले में फंस देने की धमकी दे डाली। उनका कहना था कि ये मेरा मोहल्ला है और तुम बाहरी हो, एक मिनट यहाँ ठहर नहीं पाओगे।