लखीमपुर : इन गड्ढों से गुजरने को मजबूर हुए लोग, नहीं ले रहा मामले पर कोई सुध

लखीमपुर खीरी । तिकुनिया में इसे इलाके के लोगों की बदकिस्मती न कहें तो आखिर क्या कहा जाय कि गढ्ढा मुक्त सड़कों का फरमान जनपद लखीमपुर के निघासन में बेअसर साबित हो रहा है। गड्ढा मुक्त सड़को को लेकर भले ही लाख दावे किए जा रहे हों लेकिन सालों साल लोग इन्हीं गड्ढों से होकर गुजरने पर मजबूर हैं इसकी कोई भी सुध लेने वाला नहीं है। कड़िया-किशन नगर मार्ग पर आप चौपहिया वाहन अगर ले जाते हैं तो आपको बीस बार सोंचना पड़ेगा कि आपका वाहन कहाँ पर छतिग्रस्त हो जाएगा।

चौपहिया वाहन की बात तो अलग दो पहिया वाहन व पैदल चलने वाले राहगीरों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क में हो रहे बड़े-बड़े गढ्ढों में आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं। जबकि इंडो नेपाल सीमा को जाने वाला मुख्य मार्ग है सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल के जवानों को ले जाने वाली गाड़ियों को भी इसी मार्ग से निकलना होता है। इस मार्ग पर आये दिन हादसे होते रहते हैं, लेकिन जिम्मदारों के कान पर जूं तक नही रेंग रही है।

किशन नगर सहित तमाम गांवों के लोगों का आवागमन इसी मार्ग से होता है। चीनी मिल के गन्ना विकास परिषद के अधिकारियों की लापरवाही की हद तो तब हो गई जब उनसे इस सड़क को बनाने की बात कही तो एक अधिकारी ने बताया कि हमें जानकारी ही नही कि सड़क हमें बनानी है। कभी पीडब्लूडी विभाग से कड़िया किशन नगर मार्ग बनता था लेकिन अब गन्ना विकास परिषद को मार्ग बनाना है, जबसे गन्ना विकास परिषद ने सड़क बनाने की जिम्मेदारी ली है तब से इसकी कोई सुध लेने वाला नहीं है।

वहीं लोग बताते हैं कि पूर्व में चीनी मिल के उपाध्यक्ष रहे वीपी भल्ला के अथक प्रयासों से कड़िया-किशन नगर मार्ग की मरम्मत का कार्य हुआ था उसके बाद इस मार्ग को बनाने की बात तो अलग मरम्मत भी नही हुई जिस कारण अब सड़क तो क्या बड़े-बड़े गड्ढे तालाब बन चुके हैं। इस सम्बंध में ज्येष्ठ गन्ना अधिकारी मनोज पांडे ने बताया की कड़िया-किशन नगर मार्ग गन्ना विकास परिषद विभाग द्वारा बनना है शासन को मार्ग पुननिर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है,स्वीकृत मिलते ही कार्य प्रारम्भ हो जाएगा।

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