
दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। न्यूरिया कस्बे में नालों की तली झाड़ सफाई न होने से सड़कों पर गंदा पानी भर सकता है, नालें 15 जून से पहले साफ हो जानें चाहिए थे। लेकिन नगर पंचायत प्रशासन की लापरवाही के चलते गंदे पड़े हैं। न्यूरिया कस्बे में 25 नालें पक्के हैं और 3 नालें कच्चे है। पानी का निकास कहीं नहीं है और पानी का निकास बाहर न होने के कारण उल्टा पानी कस्बे में आता है, जो कस्बे की सबसे बड़ी समस्या है और नव निर्वाचित चेयरमैन साहिबा के लिए चुनौती भी है।
एक तरफ सावन माह की शुरुआत होते ही नगर के मंदिरों के आसपास बेहतर साफ सफाई होनी चाहिए थी, साथ ही माहे मोहर्रम की शुरुआत होने वाली है। ऐसे समय में कस्बे की साफ सफाई व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए थी। लेकिन नगर पंचायत प्रशासन की लापरवाही के चलते साफ सफाई व्यवस्था लड़खड़ाई हुई है। जबकि आने जानें वाले श्रद्धालुओं के लिए चाहे मंदिर हो या इमामबाड़ा के रास्ते पर बेहतर साफ सफाई होनी चाहिए थी।
गंदगी से कस्बे में संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका
साफ सफाई व्यवस्था का इंतजाम करना नगर पंचायत बोर्ड का काम था चाहे वह चेयरमैन साहिबा हो या वार्ड सभासद सबकी जिम्मेदारी बनती है। कस्बे को गंदगी से निजात दिलवाना कस्बे में साफ सफाई रखना उतनी ही जिम्मेदारी कस्बे की जनता की बनती है कि कस्बे को साफ रखने के लिए नगर पंचायत का सहयोग करें। लेकिन साफ सफाई व्यवस्था चौपट पड़ी है।
बयान – हरिपाल गंगवार ईओ
नालों की सफाई का ठेका नहीं हो पाया है जिसके कारण नगर पंचायत के ठेका दैनिक लेवर से सफाई की शुरुआत करवाई जा रही है।