तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद सोमवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में वकीलों ने दो पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई की। दरअसल आज सुबह से जब वकील कड़कड़डूमा कोर्ट पहुंचे तो वे कोर्ट में न तो वकीलों को जाने दे रहे थे और न ही पुलिसकर्मियों को। एक मामले की सुनवाई के दौरान जब एक पुलिसकर्मी कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराने जा रहा था तो वकीलों ने उसे कोर्ट में घुसने नहीं दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई। इस घटना के बाद वकील काफी उत्तेजित हो गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
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दिल्ली की निचली अदालतों में हड़ताल कर रहे वकील हर जगह मीडियाकर्मियों और लोगों को निशाना बना रहे हैं,2 महिला पत्रकारों से तीस हज़ारी कोर्ट और कड़कड़डूमा कोर्ट में बदसलूकी,साकेत कोर्ट में वीडियो बना रहे 2 ऑटो वालों की वकीलों ने बुरी तरह पिटाई की,ये हो क्या रहा है pic.twitter.com/HV9MXOIm3T— Mukesh singh sengar मुकेश सिंह सेंगर (@mukeshmukeshs) November 4, 2019
उधर, हड़ताली वकीलों के समर्थन में सीपीएम नेता वृंदा करात आज तीस हजारी कोर्ट पहुंचीं। उन्होंने इस घटना की निंदा की। उन्होंने वकीलों के साथ एकजुटता प्रदर्शित किया। वृंदा करात को वकीलों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा। वकीलों ने उनसे कहा कि पुलिस ने गोलियां चलाईं। उनके चैंबर पुलिस ने तोड़ दिए। उनके पैर फ्रैक्चर हो गए।
नॉर्थ दिल्ली स्थित तीस हजारी कोर्ट में शनिवार को पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. तीस हजारी के बाद अब दिल्ली के कड़कड़डूमा और साकेत कोर्ट में वकीलों ने मीडिया कर्मियों और पुलिस के साथ बदसलूकी की. #Delhi pic.twitter.com/OZDh6wneT8
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) November 4, 2019
इस मौके पर आल इंडिया लायर्स यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिकास रंजन भट्टाचार्य ने वकीलों के चैंबरों का मुआयना किया और वकीलों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया।