बिजुआ खीरी। विद्युत उपकेंद्र बिजुआ में लगातार अधिकारियों द्वारा संविदा कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है कुछ ऐसे आरोपो के साथ एक कर्मी ने परेशान होकर संविदा विद्युत कर्मी महेंद्र वर्मा ने आत्महत्या की कोशिश की जिसे स्थानीय लोगो ने समय रहते बचा लिया और पुलिस विभाग को सौप दिया पुलिस विभाग द्वारा परिजनों के सुपुर्द किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार विद्युत उपकेंद्र बिजुआ में संविदा कर्मी महेंद्र कुमार वर्मा पुत्र मोहनलाल वर्मा निवासी गोंधिया करीब पांच वर्षो से विद्युत उपकेंद्र बिजुआ मे कार्य करता था।
पीड़ित ने बताया कि विभाग के अधिकारियों द्वारा बिना नोटिस दिए उसे नौकरी से निकाल देने के कारण आहत होकर फांसी लगाने जा रहा था। जिसकी सूचना लोगो को मिली जिसने ग्रामीणों को लेकर उसे बमुश्किल रस्सी छीन कर बचाया गया एवं भीरा पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। भीरा पुलिस ने संविदा कर्मी को उसके पिता के सुपुर्द कर दिया ।
महेंद्र कुमार के पास एक प्रार्थना पत्र अवर अभियंता बिजुआ के नाम लिखा हुआ मिला है। जिसमें आरोप लगाया गया कि अप्रैल मई में लाइनमैन संगम कश्यप के द्वारा लोगों से रुपया लिया गया है। जिसमे एक व्यक्ति जितेंद्र कुमार से चौबीस हजार, दलबीर सिंह से 63000, राम लखन से 80000, एक अन्य महिला से भी ₹26000, लिया गया और बिजली बिल न जमा किया ना ही कोई रसीद इन उपभोक्ताओं को दी गई।
इन लोगों ने जब शिकायत करना शुरू किया तो उप केंद्र के अधिकारी पीड़ित महेंद्र की बात न सुनकर सारा आरोप महेंद्र कुमार पर लगाकर उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया। जिससे आहत होकर महेंद्र फांसी लगाने जा रहा था। जिसे ग्रामीणों द्वारा रस्सी छीन कर बचा लिया गया है।
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एसडीओ पलिया सूर्य कुमार ने बताया कि उपभोक्ताओं द्वारा पैसा लेकर जमा ना करने का आरोप लगाया गया था। जिसको लेकर महेंद्र वर्मा को 15 अगस्त से विभाग से हटा दिया गया था। इस बात की शिकायत सरकारी कर्मचारियों द्वारा की गई थी। वहीं विभागीय कर्मचारी संगम को लेकर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित कर दी गई है।