आलिया भट्ट ने हाल ही में बताया कि उन्हें अपनी बेटी राहा के साथ वॉक पर जाना बहुत पसंद हैं, लेकिन वह इंडिया में ऐसा नहीं कर सकती हैं। एक्ट्रेस ने कहा कि इंडिया में उन्हें ऐसा करने में मुश्किल होती है। इसके अलावा आलिया ने नेपोटिज्म को लेकर भी बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी मां सोनी राजदान ने एक एक्ट्रेस के तौर पर काम पाने के लिए बहुत स्ट्रगल किया है।
नेपोटिज्म पर आलिया ने की बात
इनस्टाइल को दिए इंटरव्यू में आलिया ने कहा- ‘मुझे पता था कि मेरे परिवार फिल्म इंडस्ट्री में है। इसलिए स्वाभाविक तौर पर मेरा झुकाव भी इसके प्रति ज्यादा था, लेकिन मेरे पिता ने कभी भी ऐसा नहीं कहा कि जिस दिन तुम एक्टिंग करना चाहोगी, हम तुम्हें फिल्म दे देंगे। उन्होंने कभी भी ऐसा नहीं कहा।’
मेरी मां ने बहुत स्ट्रगल किया, उन्हें उतना काम नहीं मिला: आलिया
मां सोनी राजदान के बारे में बात करते हुए आलिया ने कहा- मेरी मां ने बतौर एक्ट्रेस बहुत स्ट्रगल किया है। बहुत लोग यह नहीं जानते हैं कि वह हमेशा एक एक्ट्रेस के तौर पर ज्यादा से ज्यादा काम करना चाहती थीं। वह हमेशा अपने लिए काम तलाशा करती थीं। एक डायरेक्टर और प्रोड्यूसर की पत्नी होने के बावजूद भी उन्हें उतना काम नहीं मिला, जितने की वह हकदार थीं।’ आलिया ने आगे बताया कि एक्टिंग के प्रति उनकी मां के जुनून ने उन्हें अपने काम को बेहतर बनाने के प्रति मजबूर किया। उन्होंने कहा- ‘मुझे पता है कि मैं उस जुनून को एंजॉय करने का तरीका खोज लूंगी। भले ही मैं इतनी बड़ी एक्ट्रेस न बन पाऊं, लेकिन मैं अपना काम बेहतर करूंगी।’
मैं शुरुआत में खुद को प्रूव करना चाहती थी: आलिया
आलिया ने कहा कि 2014 में फिल्म हाईवे में काम करना उनके लिए सबसे बड़ा मौका था। इस फिल्म ने उन्हें ऐसे किरदार चुनने के लिए इंस्पायर किया, जो भले ही बॉक्सऑफिस पर हिट ना हो पाएं, लेकिन उन्हें एक कलाकार को तौर पर बेहतर बनाएं। आलिया ने आगे कहा- ‘मैंने अपने करियर की शुरुआत में कुछ दिलचस्प और शायद जोखिम भरे ऑप्शन चुने क्योंकि शायद मैं खुद को साबित करने की कोशिश कर रही थी। मैं हमेशा ऐसे रोल्स करने की कोशिश करती थी, जिसमें मुझे एक्टिंग के अलावा भी बहुत कुछ करने को मिले।’
राहा के साथ वॉक पर जाना बहुत पसंद है: आलिया
अपनी बेटी के राहा के बारे में बात करते हुए आलिया ने बताया कि वो अपनी बेटी को वॉक पर ले जाना चाहती हैं। आलिया ने कहा- ‘मैं उसे इंडिया में ऐसे बाहर टहलने नहीं ले जा सकती। यह हमारे यहां थोड़ा मुश्किल हो जाता है। मुझे उसके साथ इधर-उधर घूमना, गाड़ी में उसे सोते हुए देखना या उसे कैफे और शॉपिंग पर ले जाना बहुत पसंद है। मैं उसे बेबी करियर में बिठा देती हूं और वह मुझसे पूरी तरह चिपक जाती हैं। यह मोमेंट मुझे बहुत खास लगता है।’