दैनिक भास्कर ब्यूरो ,
पीलीभीत। बिलसंडा की कई ग्राम पंचायतों में पंचायत घर अभी भी अधूरे पड़े हैं, सरकार के निर्देश के बाद भी जिम्मेदार लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे है। जबकि सरकार पंचायत घर और सामुदायिक शौचालय के मामले में गंभीर है, लेकिन यहाँ पर इसका असर बेसर दिखाई पड़ता नजर आ रहा है। ब्लॉक से सटी ग्राम पंचायत जादमपुर नथा, रामपुर अमृत व रौतापुर समेत कई ग्राम पंचायतों के पंचायत घर अधूरे हैं,
लेकिन लापरवाही के चलते निर्माण पूरा नहीं हो पा रहा है। जबकि सरकार ने इन्हें मिनी सचिवालय का दर्जा देते हुए तमाम सरकारी कार्य यही से संचालित करने के निर्देश दिए है। आधे अधूरे मिनी सचिवालय के लिए लाखों रुपए खर्च करके फर्नीचर, लैपटॉप, कंप्यूटर समेत तमाम समान भी खरीदा गया, लेकिन वहाँ मौके पर कुछ नहीं है।
ग्राम पंचायत रौतापुर के प्रधानपति अरविंद सक्सेना का कहना है कि उनके द्वारा पंचायत घर में गेट व अन्य निर्माण कार्य करवा गया था, लेकिन लम्बे समय बाद भी उसका भुगतान नहीं किया गया, जिसके चलाते पंचायत घर अभी भी अधूरा पड़ा है। यहाँ पर कोई एक ही नहीं बल्कि कई ऐसी ग्राम पंचायते हैं, जहाँ पंचायत घर अधूरे हैं। जबकि सरकार से 15 दिसबंर तक सभी सामुदायिक शौचालय और पंचायत घर पूर्ण करने के निर्देश हैं।
इंसेट बयान- सतीश कुमार डीपीआरओ।
कुछ पंचायत भवन अभी ऐसे हैं जो निर्माणाधीन हैं, जिनको जल्दी से जल्दी पूर्ण कराने की कार्यवाही चल रही है। जिन ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन निर्माणाधीन हैं तथा नहीं हैं वहां अस्थायी रूप से किसी सरकारी भवन या रेंट पर भवन लेकर पंचायत सचिवालय का संचालन किया जा रहा है।
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