पीलीभीत : शासन की प्राथमिकता वाली योजना को ठेंगा दिखा रहे अफसर

पीलीभीत। लाखों रुपए खर्च कर बनाए गए नवदिया मरौरी के अमृत सरोवर का निर्माण आधा अधूरा पड़ा है, अमृत सरोवर के निर्माण पर खर्च की गई धनराधि का कोई औचित्य अब नहीं रहा है। गाँव के लोगों का कहना है कि अमृत सरोवर का निर्माण कार्य काफी दिन से बन्द पड़ा है, लेकिन इसकी ओर किसी का कोई ध्यान नहीं है। जबकि अमृत सरोवर सरकार की प्राथमिकता वाली योजना में शामिल है।

ब्लॉक बिलसंडा क्षेत्र की ग्राम पंचायत नवदिया मरौरी में अमृत सरोवर का निर्माण कार्य तो शुरू हुआ लेकिन इसे पूरा करना जिम्मेदार भूल गए जोकि आज भी आधा अधूरा पड़ा हुआ है। ग्राम पंचायत नवदिया मरौरी में अमृत सरोवर पर कच्चा काम तो हुआ लेकिन पक्की दीवारों पर नीव के समय ही प्रधान ने घटिया पीला ईट से निर्माण करवाना शुरू कर दिया। निरीक्षण में मौके पर पहुँचे बीडीओ और जेई ने पीला ईट से हो रहे अमृत सरोवर के निर्माण को रुकवा दिया और नाराजगी जताई। इतना ही नहीं बीडीओ अमित शुक्ला ने घटिया ईट से हो निर्माण को मौके पर ही तुड़ाया था।

तब से अमृत सरोवर का निर्माण कार्य बन्द पड़ा है। शासन की ओर से प्रत्येक गाँव में दो अमृत सरोवर बनाने का निर्देश दिया गया था। इसके तहत बिलसंडा ब्लॉक क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया, लेकिन यहाँ पर अबतक कुछ ही ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर बन कर तैयार हो सके हैं,

जबकि निर्देशानुसार निर्माण कार्य का समय बीत चुका है। उद्देश्य था कि अमृत सरोवर में बारिश की अमृत बूंदे संजोई जाएगी जिससे भूगर्भ जलस्तर में सुधार हो सके। हालांकि यहाँ अभी तक कई तालाबों का निर्माण कार्य आधा अधूरा पड़ा है। जोकि शासन और प्रशासन के निर्देश के बाद भी जिम्मेदारों की लापरवाही को दर्शाता है।
इंसेट बयान- अमित शुक्ला बीडीओ बिलसंडा।
अगर अमृत सरोवर का निर्माण अधूरा पड़ा है तो जानकारी लेकर जल्द ही कार्य शुरू कराएंगे।

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