पीलीभीत। मुख्य चिकित्सा अधिकारी का एक और कारनामा चर्चा का विषय बन गया है। पूरे मामले में एक युवक ने जिला अधिकारी को आरोप पत्र देकर निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।
जिलेभर में फर्जी हॉस्पिटल और जांच लैब को संरक्षित कर रहे मुख्य चिकित्सा अधिकारी खुद के अर्दली के बेटे को गलत तरीके से चयन करने के आरोप में फंसते नजर आ रहे हैं। दिनेश कुमार पुत्र वीरेंद्र कुमार निवासी पिपरा भागू का आयुष्मान मित्र के पद पर चयन होने के बाद उसके स्थान पर अपने अर्दली के बेटे को मनमाने तरीके से नियुक्ति कर दी।
पीड़ित दिनेश कुमार ने बताया उसको 4 दिन तक कम पर लिया गया और उसके बाद प्रताड़ित करने की मंशा के चलते जहानाबाद ट्रांसफर कर दिया। इतना ही नहीं उसके बाद दिनेश कुमार की मनमाने तरीके से नियुक्ति रद्द कर दी और उसके स्थान पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक कुमार के अर्दली के बेटे को नियुक्ति दे दी गई। पूरे प्रकरण की जानकारी लगने पर दिनेश कुमार ने जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार को आरोप पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।