
भास्कर समाचार सेवा
वृंदावन । शनिवार को इलेक्ट्रॉनिक बस चालक वेतन न मिलने के कारण हड़ताल पर चले गए। वृंदावन से मथुरा, गोवर्धन, बरसाना, नंदगांव आदि क्षेत्रों के लिए इलेक्ट्रॉनिक बसों का संचालन किया जाता है। जिसके कारण बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को अपने गंतव्य पहुंचने में काफी आसानी होती है, लेकिन शनिवार को इलेक्ट्रॉनिक बस चालकों द्वारा अचानक हड़ताल कर दी गई। जिसके चलते सभी इलेक्ट्रॉनिक बस वृंदावन के पर्यटन सुविधा केंद्र के पास बने डिपो में खड़ी हो गई। कर्मचारियों ने दो महीने से पगार न मिलने को लेकर कार्य का बहिष्कार कर दिया है। जबकि बस संचालक कंपनी के द्वारा एक दिन पूर्व सैलरी जारी करने की बात कही जा रही है। नगर निगम द्वारा संचालित यह बसें फरीदाबाद की एक कंपनी के माध्यम से संचालित की जा रही है। इससे पूर्व भी वेतन को लेकर कई बार हड़ताल हो चुकी है। लेकिन नगर निगम के अधिकारी कान में उंगली डालकर बैठे हैं। इस ठंड के मौसम में आने वाले पर्यटक टेंपो में धक्के खाने को मजबूर है। प्राइवेट कंपनी की मनमानी के चलते इलेक्ट्रॉनिक बस कर्मचारी हड़ताल करने को मजबूर है। लगभग 140 बस चालक हड़ताल में शामिल है। उनका कहना है जब तक उनके खाते में सैलरी नहीं आ जाएगी। वह बसों को बाहर नहीं निकालेंगे। अब देखना यह होगा कि प्रशासन मूक दर्शक बने तमाशा देखता रहता है या कोई कार्रवाई भी करता है। वही कंपनी के मैनेजर मुकेश कुमार आर्य के समझाने बजाने के बाद और चालकों के मोबाइल फोन में वेतन संबंधी मैसेज आने पर चालकों द्वारा हड़ताल को खत्म कर काम को शुरू कर दिया गया।