पीलीभीत। समाज कल्याण विभाग की आवंटित दुकानों पर असली पट्टेदारों को दरकिनार करके अन्य लोगों का दुकानों पर कब्जा हो गया।इतना ही नहीं विभाग द्वारा आवंटित की गईं दुकानों को पट्टेदारों ने अन्य लोगों के हाथ दुकानों को बेच भी डाला, जो कि नियमानुसार गलत है। गलत तरीके से दुकानों को बेचने के बाद खरीददरों ने दुकानों के ऊपर दो दो मंजिले मकान भी बनाकर तैयार कर लिए और दुकानों में आशियाना बना लिया। नियमानुसार आवंटित दुकानों 8 की ना तो बिक्री हो सकती है और ना ही दुकानों के ऊपर मकान बनाया जा सकता है, लेकिन यहाँ पर समाज कल्याण विभाग का कोई भी नियम कानून लागू होता नजर नहीं आ रहा है।
बिलसंडा में ब्लॉक गेट के समीप समाज कल्याण विभाग द्वारा करीब 20 से अधिक दुकानों का आवंटन एससी वर्ग के लोगों के लिए हुआ था, उसके बाद पट्टेदारों ने अपनी अपनी दुकानों को अन्य लोगों को बेच दिया, जबकि कोई भी पट्टेदार आवंटित दुकान को नहीं बेच सकता है। सवाल यह भी है कि आवंटित दुकानों को बेचा गया है तो उनका बैनामा कैसे हुआ ,अगर बैनामा नहीं हुआ तो अन्य लोग दुकानों पर काबिज क्यों हैं। बिलसंडा में समाज कल्याण विभाग की अधिकांश दुकानों पर पट्टेदारों का नहीं बल्कि अन्य लोगों का कब्जा है। इतना ही नहीं कब्जा धारकों ने दुकानों के ऊपर दो मंजिल मकान भी तैयार करवा दिए जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए, जिससे खुलेआम विभाग की लापरवाही नजर आ रही है।
इंसेट बयान – चंद्र मोहन बिश्नोई जिला समाज कल्याण अधिकारी।
अगर विभाग से आवंटित दुकानों को बेचा गया है, दुकान के ऊपर मकान बनाए गए है और अन्य लोगों का कब्जा हैं तो गलत है। दुकानों का सत्यापन कराकर जाँच कराएंगे।