-पीटीआई समर्थित जीते उम्मीदवार सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल में शामिल, चुनाव आयोग को सौंपा हलफनामा
लाहौर, (हि.स.)। मरियम नवाज जहां पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पहली महिला मुख्यमंत्री बनेंगी। वहीं, पाकिस्तान में नई सरकार के गठन की सुगबुगाहट के बीच पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थन से जीते नेशनल असेंबली व प्रांतीय असेंबली के निर्दलीय सदस्य कट्टरपंथी सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल में शामिल हो गए हैं। इससे वे महिलाओं व अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटों के कोटे में हिस्सेदारी का दावा कर सकेंगे। पीटीआई समर्थित निर्दलियों ने इस आशय का हलफनामा चुनाव आयोग को सौंप दिया है।
मरियम पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी हैं। पंजाब पहला प्रांत है, जो अपना उद्घाटन सत्र शुक्रवार को बुला रहा है। गवर्नर हाउस के प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि पंजाब के राज्यपाल बालीघुर रहमान ने शुक्रवार को पंजाब विधानसभा सत्र बुलाया है जिसमें विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्य शपथ लेंगे और नई सरकार का गठन शुरू होगा।
बता दें कि 50 वर्षीय मरियम पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं। उन्हें पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता है। नवाज शरीफ ने अपने छोटे भाई शहबाज शरीफ को अपनी पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया है।
वहीं, पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थन से जीते नेशनल असेंबली व प्रांतीय असेंबली के निर्दलीय सदस्य कट्टरपंथी सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल में शामिल हो गए हैं। इससे वे महिलाओं व अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटों के कोटे में हिस्सेदारी का दावा कर सकेंगे। पीटीआई समर्थित निर्दलियों ने बुधवार को इस आशय का हलफनामा चुनाव आयोग को सौंप दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल असेंबली के 89 सदस्यों, खैबर पख्तूनख्वा असेंबली के 85 सदस्यों, पंजाब असेंबली के 106 सदस्यों और सिंध असेंबली के नौ सदस्यों ने अपने हलफनामे जमा किए हैं। हालांकि, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख बैरिस्टर गौहर खान और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार उमर अयूब खान सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) में शामिल नहीं हुए। इसके अलावा खैबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री पद के लिए पीटीआई उम्मीदवार अली अमीन गंडापुर ने भी एसआइसी की सदस्यता नहीं ली।
माना जा रहा है कि ये लोग एसआईसी में इसलिए नहीं शामिल हुए जिससे पार्टी के संगठनात्मक चुनावों में ये बड़े पदों के प्रत्याशी बन सकें। पीटीआई ने आगामी तीन मार्च को पार्टी के संगठनात्मक चुनाव कराने का एलान किया है।