चौडगरा, फतेहपुर । औंग थाना क्षेत्र के गंगा और पांडु नदी में बाढ़ आने से क्षेत्र के गांवों में खतरा बढ़ गया है। चार गांवों से संपर्क टूट चुका है नाव के सहारे ही उन गांवो तक पहुंचा जा सकता है।
बता दें कि गंगा और पांडु नदी के जल स्तर में वृद्धि हुई है। औसेरीखेड़ा, जाड़े का पुरवा, दरियापुर बांगर, नया खेड़ा, बड़ा खेड़ा, मल्लू खेड़ा, दरियापुर कटरी, सदनहा, काली कुंडी, बिंदकी फॉर्म, बेनी खेड़ा, बेरीनारी रामघाट गांवों के ग्रामीण जल स्तर बढ़ने से चिंतित हैं। यह सभी आशापुर, अभयपुर और गलाथा ग्राम सभा के गांव हैं। आशापुर ग्राम प्रधान ओम नारायण कश्यप, अभयपुर ग्राम प्रधान रामदास निषाद, गलाथा प्रधान रघुवंश यादव ने बताया कि पानी बढ़ने की रफ्तार पिछली बार की अपेक्षा तेज है, चार गांव बिंदकी फॉर्म, सद्नहा, बेरीनारी रामघाट गावों का संपर्क मुख्य मार्ग से टूट गया है, केवल नाव के सहारे इन गावों का दौरा किया जा रहा है। यहां पानी अभी तराई के खेतों में पहुंचा है।
पानी बढ़ने की रफ्तार बहुत तेज है। अगर इसी रफ्तार से पानी बढ़ता है तो तीन दिन में कटरी के गांवो मे बाढ़ आ जानी चाहिए। वही प्रशासन अभी गंगा किनारे महुआ घाट पर चौकी स्थापित कर रहा है। जहां एसडीएम प्रभाकर त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर बाढ़ का जायजा लिया।
इस मौके पर नायब तहसीलदार अरविंद कुमार, लेखपाल अभिषेक गुप्ता, शुभम सिंह, बृजेंद्र सिंह , प्रधान रामदास, ओमनारायण, आदि मौजूद रहे। वही ग्राम प्रधान रामदास ने बताया कल दिन मे 14 सेंटीमीटर पानी बढा था वही रात में 12 सेंटीमीटर, गुरुवार को दिन में 5 सेंटीमीटर पानी और बड़ा है गांव के किनारे तक पानी घुस गया है यदि रात भर में पानी और बढ़ता है तो बिंदकी फॉर्म, बेनी खेड़ा इन दो गांवो को सबसे पहले खाली करना पड़ेगा।